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हैदराबाद एफसी के सामने अपराजित एफसी गोवा की कड़ी चुनौती

Hyderabad FC: हैदराबाद, 31 जनवरी (आईएएनएस) हैदराबाद एफसी और एफसी गोवा इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 2023-24 सीजन में फिर से मैदान पर उतरने के लिए तैयार हैं, जब हैदराबाद एफसी 1 फरवरी, 2024 को अपने घरेलू मैदान गाचीबावली स्टेडियम में

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ISL: Hyderabad FC set to face daunting FC Goa challenge as Gaurs look to continue unbeaten run
ISL: Hyderabad FC set to face daunting FC Goa challenge as Gaurs look to continue unbeaten run (Image Source: IANS)
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By IANS News
Jan 31, 2024 • 06:08 PM

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January 31, 2024 • 06:08 PM

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हैदराबाद, 31 जनवरी (आईएएनएस) हैदराबाद एफसी और एफसी गोवा इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 2023-24 सीजन में फिर से मैदान पर उतरने के लिए तैयार हैं, जब हैदराबाद एफसी 1 फरवरी, 2024 को अपने घरेलू मैदान गाचीबावली स्टेडियम में अपराजित गौर्स की मेजबानी करेगी।

घरेलू टीम के लिए यह मुकाबला एक कठिन चुनौती होगा, क्योंकि कुछ प्रमुख भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी क्लब छोड़कर चले गए हैं। लिहाजा अब सारी जिम्मेदारी शेष खिलाड़ियों पर आ गई हैं कि वे इस अवसर पर खरा उतरने का दमखम दिखाएं।

मुख्य कोच थांगबोई सिंग्टो की सबसे बड़ी जिम्मेदारी अपने अनजान खिलाड़ियों की क्षमता को सामने लाने की होगी। हैदराबाद एफसी कुछ साल पहले कई युवा भारतीय सितारों को बढ़ावा देने के कारण सुर्खियों में आई थी, जिन्होंने राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व भी किया।

दूसरी ओर, गौर्स ने आईएसएल 2023-24 की यथासंभव त्रुटिहीन शुरुआत की है। सात जीत, तीन ड्रा और बिना किसी हार के साथ गौर्स दूसरे स्थान पर मौजूद हैं। उन्होंने इवान वुकोमानोविच के टेबल-टॉपर्स केरला ब्लास्टर्स (26) से दो मैच कम खेले हैं और दो अंक पीछे हैं। लेकिन उनके लिए भारत के अंतरराष्ट्रीय डिफेंडर संदेश झिंगन की अनुपस्थिति झटका साबित हो सकती है, जो कतर में एएफसी एशियाकप के दौरान चोटिल हो गए थे।

हैदराबाद एफसी ने भारतीय फुटबॉल में कुछ शानदार उल्लेखनीय घरेलू प्रतिभाओं को सामने लाई है, जिसके लिए उसे गर्व है। वर्तमान हालात में उसके पास नए सिरे से शुरुआत करने और अपने भरोसेमंद उभरते सितारों को मैच खेलने देने का अवसर है। सिंग्टो ऐसे शख्स हैं जिनकी जमीनी स्तर पर गहरी पकड़ है और वह अकादमी के खिलाड़ियों के साथ-साथ अनकैप्ड फुटबॉलरों की नब्ज भी जानते हैं।

गौर्स को कमर कसनी होगी और सबसे पहले संदेश झिंगन की अनुपस्थिति से होने वाली परेशानी से निपटना पड़ेगा। अनुभवी सेंटर-बैक ने उनकी बैक-लाइन को बेहद मजबूती प्रदान कर दी थी, जिससे वे एक ऐसी टीम बन गए थे, जिसके खिलाफ गोल करना बेहद मुश्किल हो गया। हालांकि, स्पेनिश हेड कोच मैनोलो मार्कुएज समाधान खोजने और ऐसी बाधाओं पर पार पाने में माहिर हैं और इसलिए एफसी गोवा के फैंस समय पर समाधान खोजने के लिए उन पर भरोसा कर सकते हैं। साथ ही यह देखना भी एक दिलचस्प पहलू होगा कि एफसी गोवा आक्रामक रूप से कैसे आकार लेती है।

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