भारत के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज सुरिंदर खन्ना के मुताबिक लॉर्ड्स टेस्ट के पांचवें दिन रवींद्र जडेजा को ज्यादा आक्रामक होना चाहिए था। टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ इस तीसरे टेस्ट में 22 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी है। इसी के साथ भारत पांच मुकाबलों की सीरीज में 1-2 से पिछड़ गया है।
193 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, भारत का शीर्ष और मध्य क्रम ने पिच पर असमान उछाल के सामने टिककर नहीं खेल सका और मेहमान टीम अपने सात विकेट महज 82 रन पर गंवा चुकी थी। ऐसे में जडेजा के सामने बड़ी चुनौती थी। इसके बाद जडेजा ने बेहद धैर्यपूर्ण पारी खेली और 181 गेंदों पर नाबाद 61 रन बनाए, लेकिन दूसरे छोर पर लगातार गिरते विकेटों के कारण टीम को जीत नहीं दिला सके।
जडेजा ने जबरदस्त संघर्ष किया। हालांकि, सुरिंदर खन्ना ने कहा कि भारतीय टीम जीत हासिल नहीं कर पाई। इसलिए रवींद्र जडेजा की इस पारी को कोई याद नहीं रखेगा। उनका पास हीरो बनने का मौका था।