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कोच अमोल मजूमदार हर खिलाड़ी की ताकत को अच्छी तरह समझते हैं : स्नेह राणा

भारत की ऑफ-स्पिन ऑलराउंडर स्नेह राणा ने लंबे प्रारूप में टीम के शानदार प्रदर्शन में उनके योगदान के लिए मुख्य कोच अमोल मजूमदार की सराहना की है।

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Mumbai: Third day of the Test cricket match between India and Australia
Mumbai: Third day of the Test cricket match between India and Australia (Image Source: IANS)
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By IANS News
Jul 22, 2024 • 10:28 AM

भारत की ऑफ-स्पिन ऑलराउंडर स्नेह राणा ने लंबे प्रारूप में टीम के शानदार प्रदर्शन में उनके योगदान के लिए मुख्य कोच अमोल मजूमदार की सराहना की है।

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July 22, 2024 • 10:28 AM

स्नेह राणा ने कहा कि कोच अमोल मजूमदार टीम में जो सकारात्मकता का माहौल लाते हैं, वो अविश्वसनीय है। कोच हर खिलाड़ी को अच्छी तरह से जानते और समझते हैं।

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अक्टूबर 2023 में, मजूमदार ने भारतीय महिला टीम के मुख्य कोच का पद संभाला और तब से टीम ने अब तक खेले गए सभी तीन टेस्ट मैच जीते हैं। नवी मुंबई में इंग्लैंड के खिलाफ, मुंबई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ और हाल ही में चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय महिला टीम ने टेस्ट मैच जीते।

स्नेह ने आईएएनएस के साथ एक खास बातचीत में कहा, "जब भी हम सर से बात करने जाते हैं, तो उनका खिलाड़ी पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिनसे आप टीम में कभी भी बात कर सकते हैं। अगर आपको कोई संदेह है, तो आप उनके पास जाकर अपनी बात शेयर कर सकते हैं।

"वह हर खिलाड़ी की ताकत जानते हैं। उन्हें पता है कि कैसे खिलाड़ियों को प्रेरित कर सकते हैं। वो हर खिलाड़ी को उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में मदद करते हैं।"

चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की जीत में 10 विकेट लेने वाली स्नेह ने टेस्ट मैचों में भारत की हालिया जीत के पीछे के कारणों पर विस्तार से बात की।

उन्होंने कहा, "इस प्रारूप में खेलना एक खिलाड़ी के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण होता है। भारत में बहुत प्रतिभा है। इसलिए मुझे लगता है कि केवल गेंद के रंग में अंतर है, बाकी मानसिकता और कौशल एक जैसे होते हैं।

"आपको बस अपने धैर्य में थोड़ा बदलाव करना होगा।,टेस्ट क्रिकेट में आपके धैर्य की परीक्षा होती है। साथ ही, पिछले साल से बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट कार्यक्रम समेत कई बदलाव किए हैं। इससे खिलाड़ी को यह भी पता चलता है कि उस स्तर पर प्रदर्शन कैसे करना है, साथ ही तीन या चार दिन क्रिकेट खेलने की तैयारी कैसे करनी है और उस मानसिकता को कैसे बनाना है।"

उन्होंने कहा, "इस प्रारूप में खेलना एक खिलाड़ी के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण होता है। भारत में बहुत प्रतिभा है। इसलिए मुझे लगता है कि केवल गेंद के रंग में अंतर है, बाकी मानसिकता और कौशल एक जैसे होते हैं।

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स्नेह राणा का मानना है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जैसे टूर्नामेंट महिला क्रिकेटरों को खेल के लंबे प्रारूप में खेलने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

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