भारतीय क्रिकेट के 'टाइगर', जिन्होंने टीम इंडिया को दिलाई नई पहचान (Image Source: IANS)
भारतीय क्रिकेट इतिहास के महान बल्लेबाज और कप्तान नवाब मंसूर अली खान पटौदी महज 21 वर्ष और 77 दिन की उम्र में भारत के सबसे युवा कप्तान बने। एक दुर्घटना में अपनी दाहिनी आंख की दृष्टि खोने के बावजूद नवाब पटौदी बेखौफ होकर गेंदबाजों पर हावी नजर आते थे।
नवाब पटौदी का फुटवर्क और टाइमिंग लाजवाब थी। वह स्पिन के खिलाफ निपुण बल्लेबाज थे। अपने शानदार कवर ड्राइव पर पटौदी फैंस की वाहवाही बटोरते थे। जब टीम संकट में होती, तो वह साहस और आत्मविश्वास के साथ रन बनाकर मैच को संभालते। उनकी साहसी बल्लेबाजी और नेतृत्व ने टीम इंडिया को नई पहचान दिलाई।
5 जनवरी 1941 को भोपाल में जन्मे टाइगर पटौदी अपने पिता इफ्तिखार अली खान पटौदी के नक्शेकदम पर चलते हुए एक क्रिकेटर बने। इफ्तिखार अली साल 1932 से 1946 तक टेस्ट फॉर्मेट खेल चुके थे।