कोच रवि शास्त्री की मंत्र, जिससे टीम इंडिया को मिली ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में जीत
रवि शास्त्री (Ravi Shastri) का ऑस्ट्रेलिया दौरा हमेशा से बेहद शानदार रहा है। पिछले 35 वर्षों में, पूर्व भारतीय कप्तान और मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच शास्त्री 1985 में वर्ल्ड सीरीज कप में मैन ऑफ द...
रहाणे ने चौथे टेस्ट के बाद कहा था, " उनके योगदान का अत्यधिक महत्व रहा है। खासकर जिस तरह से उन्होंने इस सीरीज में ही नहीं, बल्कि 2018-19 में भी सभी को संभाला और समर्थन दिया, जब हमने यहां सीरीज जीती। जिस तरह से उन्होंने खिलाड़ियों का समर्थन किया। मैंने व्यक्तिगत रूप से उनसे बहुत कुछ सीखा है। वह खुद एक भारतीय कप्तान थे। जिस तरह से उन्होंने टीम का समर्थन किया, उससे मेरा काम आसान हो गया।"
पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर, जो शास्त्री के साथ काफी खेले भी है, का मानना है कि शास्त्री की सबसे बड़ी खूबी यह है कि वह जानते हैं कि खिलाड़ियों को कैसे प्रेरित करना है।
Trending
वेंगसरकर ने आईएएनएस से कहा, "शास्त्री की सबसे बड़ी खूबी यह है कि वह हमेशा खिलाड़ियों को प्रेरित करते रहते हैं। इस स्तर पर, हर क्रिकेटर में कौशल होता है। यह है कि आप खिलाड़ियों को मानसिक रूप से तैयार करते हैं और उन्हें सकारात्मक महसूस कराते हैं और इससे फर्क पड़ता है। वह खिलाड़ियों को प्रेरित करते है, उन्हें मानसिक रूप से सकारात्मक रखते हैं।"