कौशल और तेजी का मिश्रण हमारे गेंदबाजों की ताकत : शमी
नई दिल्ली, 18 मई - किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि 2015 में विश्व कप के बाद अगले विश्व कप के लिए भारतीय टीम जब इंग्लैंड एंड वेल्स के लिए रवाना होगी तो उसके बल्लेबाजों से ज्यादा चर्चा उसके
तेज गेंदबाजों के लिए सबसे बड़ी चिंता चोट होती है क्योंकि गेंदबाजों को चोटें जल्दी लगती हैं। हाल ही में खत्म हुए आईपीएल में खिलाड़ियों के वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर काफी चर्चा हुई थी।
शमी ने कहा कि वह आईपीएल के दौरान राष्ट्रीय टीम के फीजियो पेट्रिक फरहात से लगातार संपर्क में थे।
उन्होंने कहा, "मैं ज्यादा बदलाव करने में विश्वास नहीं रखता और न ही मैं ज्यादा या कम काम करता हूं। मैं लगातार फिजियों के संपर्क में था और जो भी महसूस कर रहा था उन्हें ईमानदारी से बता रहा था। किसी भी टीम को एक खिलाड़ी के कारण भुगतना नहीं चाहिए। इसलिए मुझे लगता है कि आपके लिए जरूरी है कि आप डॉक्टर के साथ पारदर्शिता रखें ताकि उन्हें पता रहे कि आपका शरीर किस तरह से काम कर रहा है।"
शमी को कुछ दिन पहले तक टेस्ट गेंदबाज के रूप में देखा जाता था लेकिन हाल ही में उन्होंने वनडे में भी अच्छा किया है।
इस पर शमी ने कहा, "मैं काफी दिनों से सीमित ओवरों की क्रिकेट खेल रहा हूं लेकिन हाल ही में हुई आस्ट्रेलिया सीरीज से मुझे आत्मविश्वास मिला। मैंने इसे आईपीएल में भी जारी रखा।"
उन्होंने कहा, "मैं अपने मौके का इंतजार कर रहा था क्योंकि मेरा सफेद गेंद से रिकार्ड अच्छा है। मैं दो साल से इंतजार कर रहा था और मेरे दिमाग में यही था कि मुझे जब भी मौका मिलेगा तो मुझे उसे किस तरह से भुनाना है। मैं दिखाना चाहता था कि मैं क्या कर सकता हूं।"
आईएएनएस
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