वेंकटपति राजू के रिकॉर्ड, रोचक तथ्य और अन्य दिलचस्प जानकारी
वेकेंटपति राजू 9 जुलाई को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। राजू भारत के पूर्व क्रिकेटर और सेलेक्टर रहे हैं। राजू बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे और वो साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यादगार टेस्ट
वेकेंटपति राजू 9 जुलाई को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। राजू भारत के पूर्व क्रिकेटर और सेलेक्टर रहे हैं। राजू बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे और वो साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यादगार टेस्ट जीत में टीम का हिस्सा थे।
एक नजर डालते हैं वेंकटपति राजू के जीवन और करियर से जुड़े रोचक तथ्य:
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1) वेंकटपति राजू है हैदराबाद के उसी स्कूल में पढ़े है जहां भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन भी खेले थे। दोनों हैदराबाद ऑल सेंट्स स्कूल से पढ़े है।
2) साउथ अफ्रीका के ऑलराउंडर ब्रायन मैकमिलन ने राजू का निकनेम "मसल्स" रखा था।
3) राजू बचपन में दाएं हाथ के स्पिनर हुआ करते थे लेकिन वो गेंद को बाएं हाथ से थ्रो किया करते थे इसलिए उन्होंने राजू को बाएं हाथ का स्पिनर बनने की सलाह दी। उसके बाद वो भारत की ओर से बाएं हाथ के शानदार स्पिनरों में से एक रहे।
4) राजू को साल 1990 में न्यूजीलैंड के खिलाफ डेब्यू के लिए चुना गया। कारण यह था कि तब उन्होंने घरेलू मैचों में कुल 32 विकेट चटकाए थे।
5) टेस्ट डेब्यू में उन्होंने जॉन राइट, मार्टिन क्रॉ और इयान स्मिथ का विकेट हासिल किया। इसके अलावा उन्होंने बल्ले से बहुमूल्य 31 रन भी बनाए। वो नाइटवॉचमैन के तौर पर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए और क्रीज पर करीब 2 घंटे का समय बिताया।
6) साल 1990 में राजू भारतीय टीम के साथ इंग्लैंड के दौरे पर गए। राजू ग्लोशेस्टरशायर के कर्टनी वाल्श का सामना कर रहे थे और वो चोटिल हो गए। चोट की वजह से राजू को उस दौरे से बाहर होना पड़ा। इसके बाद अनिल कुंबले ने भारत के लिए डेब्यू किया।
7) वापसी करने के बाद राजू ने बेहतरीन खेल दिखाया। श्रीलंका के खिलाफ चंडीगढ़ टेस्ट के दौरान मैच में 53 ओवर गेंदबाजी की और 8 विकेट चटकाए। इस दौरान उन्होंने केवल 37 रन दिए है। इस मैच में उनका बेस्ट 12 रन देकर 6 विकेट रहा है। इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का अवार्ड भी मिला था।
8) साल 2004 में उन्होंने क्रिकेट से संन्यास लिया और वो साल 2007 में भारतीय टीम के सेलेक्टर बने। वो उस कमीटी का हिस्सा थे जिसने महेंद्र सिंह धोनी को टी-20 वर्ल्ड कप के लिए कप्तान चुना था और पूरी टीम का चयन किया था।
9) राजू काफी कम समय के लिए उड़ीसा के भी कोच बने। इसके अलावा यूएई और थाईलैंड जैसे देश के लिए डेवलपमेंट ऑफिसर के तौर पर भी कायम रहे। साल 2016 के टी-20 वर्ल्ड कप से पहले वो नेपाल की टीम के साथ बतौर मेंटर शामिल थे।
10) राजू ने भारत के लिए 28 टेस्ट मैच खेले है जिसमें उनके नाम 93 विकेट दर्ज है। इसके अलावा 53 वनडे मैचों उनके नाम 63 विकेट दर्ज है। उन्होंने 177 फर्स्ट-क्लास मैचों में 589 विकेट चटकाए है।