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बर्थडे स्पेशल: जब पिता की मौत के बाद भी विराट कोहली ने खेली थी बड़ी साहसिक पारी

टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली मौजूदा समय में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं। उन्होंने सिर्फ 29 साल की उम्र में ही दुनिया के कई महान बल्लेबाजों को रनों के रिकॉर्ड में पीछे

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when virat kohli played courageous innings after his fathers death
when virat kohli played courageous innings after his fathers death ()
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Nov 05, 2017 • 03:00 PM

90 रन की बेहतरीन पारी खेलने के बाद कोहली तुरंत अपने पिता की अंत्येष्टि में चले गए।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
November 05, 2017 • 03:00 PM

विराट की इस पारी ने उनके बड़े खिलाड़ी बनने की झलक दे दी थी।  इस पारी में दिखाया था कि विराट मानसिक रूप से कितने मजबूत हैं। शायद इसके चलते ही वह अब इंटरनेशनल क्रिकेट के दौरान मैदान पर हर मुसीबत का डटकर सामना करते हैं। 

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"उस मैच में दिल्ली के कप्तान रहे मिथुन मन्हास ने उस वक्त के बारे में एक बयान में कहा था कि हमारी टीम ने कोहली को उस मुश्किल भरे वक्त में कहा कि तुम्हें घर जाना चाहिए, लेकिन कोहली ने खेलने का फैसला किया था। उस मैच में कोहली जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे उससे मुझे एहसास हो गया था कि कोहली कोई समान्य खिलाड़ी नहीं है।"देखिए भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक की वाइफ है बेहद खूबसूरत 

इसके साथ - साथ उस वक्त दिल्ली के कोच रहे चेतन चौहान भी कोहली के इस फैसले से दंग रह गए थे। " कोहली उस वक्त 18 साल थे थे, उनके पिता के बारे में उनको खबर 4 बजे सुबह मिली थी। मैनें कोहली से बात भी करी थी लेकिन कोहली घर जाने से पहले टीम के लिए योगदान देना चाहते थे। कोहली के इस बर्दास्त करने की क्षमता को जानकर मैं भी हैरान रह गया। कहीं ना कहीं मुझे एहसास हो गया था कि आगे जाकर विराट कोहली महान खिलाड़ी बनेगें।

कोहली ने यह पारी उस वक्त खेली जब उन्हें पूरी तरह से मालूम था कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं ये सबके बावजूद जिस तरह से कोहली ने अपने भावनाओ पर काबू पाकर बल्लेबाजी करी थी वो किसी शब्द में बयान नहीं किया जा सकता है।

विराट के साथ हुई इस घटना ने कोहली को पूरी तरह से बदल दिया था। अपने पिता को खोने के बाद कोहली ने पूरी परिपक्वता के साथ क्रिकेट को अपना करियर बनानें के लिए कोशिश करते रहे थे। उनका मानना था कि उनके पिता का यह सपना था कि मैं एक अच्छा क्रिकेटर बनूं।

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