जानिए कौन हैं जयंत यादव, जिन्हें केवल 1 वन डे के बाद मिला टेस्ट टीम में मौका

Updated: Wed, Nov 02 2016 17:35 IST

इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले दो मुकाबलों के लिए चुनी गई भारतीय टीम में कई चौंकाने वाले नामों को जगह दी गई है। हरफनमौला हार्दिक पांड्या के अलावा स्पिनर जयंत यादव के चयन ने सबको चौंकाया है।

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अश्विन,अमित और जडेजा जैसे बेहतरीन स्पिनरों के टीम में होने के बाद केवल 1 इंटरनेशनल मुकाबला खेलने वाले जयंत को टीम में जगह दी गई है। आइए हम आपको बताते हैं जयंत यादव के बारे में कुछ खास बातें।

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#1. जयंत यादव ने 2011 में 21 साल की उम्र में अपना फर्स्ट क्लास डैब्यू किया था। हरियाणा की तरफ से खेलते हुए उन्होंने गुजरात के खिलाफ 6 विकेट लिए थे और अपनी टीम को मिली बड़ी जीत में अहम रोल निभाया था।

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#2. 2014-15 रणजी ट्रॉफी सत्र में जयंत यादव ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 33 विकेट हासिल किए। इसके बाद उन्हें इंडिया ए की तरफ से टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला। #3. जयंत यादव ऑफ स्पिनर के साथ-साथ अच्छी बल्लेबाजी भी कर लेते हैं। वह रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक के खिलाफ फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दोहरा शतक (211) भी जड़ चुके हैं। इस मुकाबले में उन्होंने अमित मिश्रा के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 392 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की थी।

#4. जयंत के फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दो शतक बनाए हैं। 2015-16 रणजी ट्रॉफी सत्र में उन्होंने 4 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए हरियाणा के साथी खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग के साथ बल्लेबाजी करते हुए भी शतक लगाया था।

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#5. न्यूजीलैंड के खिलाफ विशाखापटनम वन डे से अपने इंटरनेशनल करियर की शुरूआत करने वाले जयंत के पर्सनल लाइफ की एक इमोशनल कहानी है। जयंत की मां लक्ष्मी का 17 वर्ष पहले प्लेन क्रैश में निधन हो गया था। इसके बाद उन्हें दूसरी मां ज्योति यादव ने उनका पालन पोषण किया और उन्हें एक बड़ा क्रिकेटर बनाने में योगदान दिया और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर बनने के उनके सपने को साकार करने में मदद की। पांचवें वन डे में भारतीय टीम के खिलाड़ी जर्सी पर अपनी मां के नाम के साथ खेलने उतरे थे। जयंत चाहते थे कि उनकी जर्सी पर उनकी दोनों मां का नाम लिखा जाए। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और मैच खत्म होने के बाद जयंत ने अपनी ज्योति से इसके लिए मांफी भी मांगी थी।

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# 6. जयंत को आईपीएल 2014 में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने खरीदा था। लेकिन उन्हें ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला। उन्होंने अब तक कुल 5 आईपीएल मुकाबले खेले हैं। इस दौरान उन्हें 6 ओवर गेंदबाजी करने का मौका मिला है, जिसमें उन्होंने दो विकेट हासिल किए हैं।

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