ध्रुव जुरेल ने सिर्फ 2 टेस्ट में वो रिकॉर्ड बना दिया, जिसके लिए धोनी ने 31 मैच खेले थे
इंग्लैंड के खिलाफ रांची में खेले गए चौथे टेस्ट में भारत को मिली रोमांचक जीत में विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) ने अहम रोल निभाया। 23 साल के जुरेल इस मुकाबले में भारत के लिए टॉप स्कोरर रहे, पहली पारी में दबाव की स्थिति में शानदार बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 90 रन की पारी खेली। वहीं दूसरी पारी में नाबाद 39 रन बनाकर जीत की दहलीज पार कराई।
सबसे कम मैच में प्लेय़र ऑफ द मैच
जुरेल को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया है। वह भारत के लिए सबसे कम मैच में प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीतने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं। जुरेल के टेस्ट करियर का यह सिर्फ दूसरा मैच था। उन्होंने इस लिस्ट में अजय रात्रा को पीछे छोड़ जो अपने करियर के तीसरे टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच बने थे।
बता दें कि भारतीय इतिहास के सबसे सफल विकेटकीपर बल्लेबाजों में शुमार एमएस धोनी ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड 31वें मैच में जीता था।
धोनी, जुरेल और रात्रा के अलावा ऋद्धिमान साहा, ऋषभ पंत और नयन मोंगिया ही बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज भारत के लिए टेस्ट मैच में प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीते हैं।
22 साल में पहली बार हुआ ऐसा
पिछले 22 साल में पहली बार ऐसा हुआ है जब कोई भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज अपने डेब्यू टेस्ट सीरीज में प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीता है। इससे पहले साल 2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू टेस्ट सीरीज में रात्रा एंटीगुआ में हुए मैच में प्लेयर ऑफ द मैच बने थे।
गौरतलब है कि जुरेल को इस सीरीज में बैकअप विकेटकीपर के तौर पर चुना गया था। हैदराबाद और विशाखापत्तनम में खेले गए दो टेस्ट में केएस भरत ने विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका निभाई थी, लेकिन उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। जिसके बाद राजकोट में खेले गए तीसरे टेस्ट में जुरेल को डेब्यू का मौका मिला। उस मैच की पहली पारी में जुरेल ने शानदार 46 रन बनाए थे और दूसरी पारी में उनकी बल्लेबाजी नहीं आई।