हैप्पी बर्थ डे ग्राहम थॉर्पे, जानिए उनसे जुड़ी कुछ खास बातें

Updated: Tue, Aug 01 2017 12:01 IST
हैप्पी बर्थ डे ग्राहम थॉर्पे ()

इंग्लैंड के बाएं हाथ के दिग्गज बल्लेबाज ग्राहम थॉर्पे का जन्म 1 अगस्त 1969 को हुआ था। उन्होंने 100 टेस्ट और 82 वन डे इंटरनेशनल मैचों में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया। आइए आपको बताते हैं ग्राहम थॉर्पे से जुड़ी कुछ खास बातें।  

1. एक यंगस्टर के रूप में ग्राहम थॉर्पे को क्रिकेट औऱ फुटबॉल दोनों चीजें खेलने में महारात हासिल थी। वह इंग्लैंड की अंडर- 18 फुटबॉल टीम का हिस्सा रहे और उन्होंने कई इंटरनेशनल मैच खेले। हालांकि बाद में उनका झुकाव क्रिकेट की तरफ हो गया जिसके बाद सर्रे ने अपनी रूचि दिखाई।

2. थॉर्पे ने 1993 की एशेज सीरीज में नॉटिंघम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया था। इस मुकाबले की दूसरी पारी में उन्होंने शानदार शतक जड़ा था। उनकी 114 रन की पारी की बदौलत इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के सामनें एक विशाल टारगेट रखा। यह मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ था।

3. थॉर्पे ने साल 2000 में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर टेस्ट मैच में शानदार शतक जड़ा था। 118 रन की इस पारी के दौरान थॉर्पे ने सिर्फ दो चौके जड़े थे। इस सीरीज के अंत में उन्होंने एक महत्वपूर्ण अर्धशतक जमाया था जिसकी बदौलत इंग्लैंड ने पाकिस्तान पर जीत हासिल कर सीरीज पर कब्जा किया था। ये हैं दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला क्रिकेटर्स PHOTOS 

4. थॉर्पे ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2002 में क्राइस्टचर्च टेस्ट मैच में 231 गेंदों में नाबाद 200 रन की पारी खेली थी। जो उस समय सबसे तेज दोहरे शतक में से एक था। उनकी इस शानदार पारी की बदौलत इंगलैंड ने 550 रन का विशाल स्कोर बनाया था। थॉर्पे की पारी को नथन एस्टल के दोहरे शतक के सामनें गायब हो गई थी। एस्टल ने 168 गेंदों में 222 रन की पीरा खेली थी। उन्होंने 153 गेंदों में अपना दोहरा सतक पूरा किया था जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे तेज दोहरा शतक है।

5. इंग्लैंड की मेजबानी में हुए 1999 वर्ल्ड कप से पहले ग्राहम थॉर्पे एक विवाद में फंस गए थे। उन्होंने टीम के कार्यक्रमों के दौरान इंग्लैंड का ब्लेजर पहनने से इंकार कर दिया था। वर्ल्ड कप खेलने के लिए बोर्ड द्वारा कम पैसों के भुगतान किए जानें के विरोध में उन्होंने ऐसा किया था। ये हैं दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला क्रिकेटर्स PHOTOS

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6. ग्राहम थॉर्पे अपने करियर के आखिरी दिनों में वह अपनी व्यक्तिगत जिदंगी के कारण काफी परेशान रहे, जिसका असर मैदान पर उनके ऊपर पड़ा। अपनी शादी को बचानें के लिए वह 2001-2002 में भारत दौरे को बीच में ही छोड़कर वापस इंग्लैंड आ गए थे।

7. नेटवेस्ट सीरीज 2002 के अंत में थॉर्पे ने व्यक्तिगत कारणों के चले वन डे इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया था। उन्होंने भारत के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला लेकिन बीच में छोड़कर जाने से उन्हें आत्मनिरीक्षण करने के लिए प्रेरित किया और उन्होंने क्रिकेट से कुछ समय ब्रेक लेने का फैसला किया।

8. सितंबर 2003 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ ओवल में खेले गए पांचवें और आखिरी टेस्ट के लिए ग्राहम थॉर्पे ने इंग्लैंड टीम में वापसी की थी। उन्होंने नंबर 4 बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 124 रन बनाए थे जो इंग्लैंड को जीत दिलाने में अहम साबित हुए।

9. एशेज 2005 से पहले बांग्लादेश के खिलाफ ग्राहम थॉर्पे ने अपना 100वां टेस्ट मैच खेला था। इस मुकाबले में उन्होंने नाबाद 66 रन की पारी खेली थी। लेकिन उन्हें एशेज के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया और उनकी जग केविन पीटरसन को टीम में शामिल किया गया था। इसके बाद उन्हें कभी इंग्लैंड के किए कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेला।

10. अपनी व्यक्तिगत समस्याओं के कारण थॉर्प 'फादर्स 4 जस्टिस' नामक एक आंदोलन के लिए वकालत की थी। पत्नी से अलग होने के बाद वह अपने बच्चों से उतना नहीं मिल पाते थे जितना वह चाहते थे। थॉर्पे उन प्रसिद्ध लोगों में से एक रहे जो हमेशा पिता के अधिकारों के आंदोलन के समर्थन में रहे। ये हैं दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला क्रिकेटर्स PHOTOS 

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