वेस्ट इंडीज के तेज गेंदबाज शैनन गेब्रियल ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास
गेब्रियल ने संन्यास की जानकारी बुधवार को अपने इंस्टाग्राम हैंडल के जरिये दी। उन्होंने कहा, "पिछले 12 सालों से मैंने खुद को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए समर्पित कर दिया था और इस दौरान क्रिकेट के सर्वोच्च स्तर पर खेलना मेरे लिए सबसे बेहतरीन था। अपने पसंदीदा खेल में वेस्ट इंडीज का प्रतिनिधित्व करना मुझे बहुत ख़ुशी देता है। लेकिन जैसा कहा जाता है कि हर चीज का अंत आता है, लिहाजा आज मैं भी अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर से संन्यास ले रहा हूं।"
शैनन गेब्रियल ने संन्यास की घोषणा के बाद कहा, "सबसे पहले मैं भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं और साथ ही अपने परिवार का भी शुक्रगुजार हूं जिसने इस दौरान मेरा हर कदम पर साथ दिया। इसके अलावा मैं क्रिकेट वेस्ट इंडीज , मेरे कोच और सभी स्टाफ़ का भी आभारी हूं। शब्दों में मैं उनके योगदान को नहीं समेट सकता जिन्होंने सालों तक मेरा साथ दिया। अंत में मैं अपने उन सहयोगियों को भी धन्यवाद देना चाहूंगा जो हर पल मेरे साथ थे और उन्होंने मेरे इस सफर को यादगार बनाया। मैं ये भी कहना चाहूंगा कि आगे मैं अपने देश (त्रिनिदाद और टोबैगो), क्लब और दुनिया भर की फ्रेंचाइजी टीम के लिए उसी प्यार और समर्पण के साथ खेलना जारी रखूंगा जैसे अपने पूरे करियर में करता आया हूं।"
गेब्रियल को टेस्ट में कामयाबी उनकी लंबाई और ताकत ने दिलाई , अक्सर बेजान पिचों पर भी गेब्रियल खासा प्रभावशाली हुआ करते थे। उनके नाम पर संन्यास की घोषणा के बाद वेस्ट इंडीज के लिए चौथा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज है। श्रीलंका के खिलाफ घरेलू धरती पर उन्होंने 121 रन देकर टेस्ट मैच में 13 विकेट झटके थे। ये कारनामा उन्होंने जून 2018 में किया था।
उनकी रफ़्तार और उछाल ऐसी थी किवेस्ट इंडीज के दिग्गज तेज गेंदबाज कर्टनी वॉल्श ने उनकी तुलना पैट्रिक पैटरसन और इयान बिशप से की थी। हालांकि क़ुदरती तौर पर मिले इस तोहफ़े को उन्हें निरंतरता के साथ मैदान पर प्रभाव डालने में थोड़ा समय लगा। आखिरकार 2017 से वह टीम के नियमित सदस्य हो गए और उस टीम का भी हिस्सा रहे जिसने इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में ऐतिहासिक जीत हासिल की थी।
गेब्रियल के टेस्ट करियर का एक और न भूलने वाला पल उनके बल्ले से भी आया था, जब डॉमिनिका में पाकिस्तान के खिलाफ वेस्ट इंडीज के नौ विकेट गिर गए थे। टेस्ट और साथ ही साथ सीरीज ड्रॉ कराने के लिए सात गेंदें बची थी। लेकिन वह बड़ा शॉट खेलने गए और बोल्ड हो गए। ये बस उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच मिलने के 10 दिन बाद ही हुआ था, जब उन्होंने दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ वेस्ट इंडीज को जीत दिलाई थी।
गेब्रियल को 2019 में मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा जब उन्हें चार वनडे के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था। उन्होंने जो रूट के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। हालांकि उन्होंने इसे स्वीकार भी किया था और अपने इस आचरण के लिए माफी भी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि ये ऐसी घटना थी जो आवेश में आकर हो गई थी।
गेब्रियल के टेस्ट करियर का एक और न भूलने वाला पल उनके बल्ले से भी आया था, जब डॉमिनिका में पाकिस्तान के खिलाफ वेस्ट इंडीज के नौ विकेट गिर गए थे। टेस्ट और साथ ही साथ सीरीज ड्रॉ कराने के लिए सात गेंदें बची थी। लेकिन वह बड़ा शॉट खेलने गए और बोल्ड हो गए। ये बस उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच मिलने के 10 दिन बाद ही हुआ था, जब उन्होंने दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ वेस्ट इंडीज को जीत दिलाई थी।
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Article Source: IANS