बाबर आजम की बढ़ती मुश्किलें, दूसरी बार छोड़ी कप्तानी, अब आगे क्या है प्लान?

Updated: Wed, Oct 02 2024 13:58 IST
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खामोश बल्ला और फ्लॉप कप्तानी से जूझ रहे पाकिस्तान के अनुभवी बल्लेबाज बाबर आजम का भाग्य इन दिनों उनका साथ नहीं दे रहा। एक समय था जब उनकी तुलना स्टार बल्लेबाज विराट कोहली से की जाती थी, और अब पाकिस्तान ही उनकी 'फजीहत' कर रहा है।

बाबर अब वनडे और टी20 में पाकिस्तान के कप्तान नहीं होंगे। उन्होंने कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया है। इसकी वजह उन पर हावी होता दबाव था क्योंकि हर कोई उनकी आलोचना कर रहा है, यहां तक कि उनका खुद का देश भी उनके खिलाफ है। ये दूसरी बार है जब बाबर ने पाकिस्तान की कप्तानी से इस्तीफा दिया है।

पाकिस्तान की कप्तानी छोड़ने की जानकारी बाबर आजम ने आधी रात सोशल मीडिया के जरिए शेयर की। उन्होंने वर्कलोड मैनेजमेंट का हवाला देते हुए यह निर्णय लिया है। हालांकि, यह बात जगजाहिर है कि बाबर पर कप्तानी छोड़ने के लिए दबाव दिया जा रहा था। इसका मुख्य कारण हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-2 से कभी न भूलने वाली घरेलू शिकस्त थी जिसमें उनका बल्ला खानोश रहा था। आंकड़ों की बात करें तो बाबर आजम की कप्तानी में टीम का प्रदर्शन खराब नहीं रहा, लेकिन लगातार बड़े इवेंट में फ्लॉप होना और अमेरिका से टी 20 विश्व कप में बुरी तरह से हार जाना उनके लिए परेशानी का सबब बन गया।

बाबर ने अपने पोस्ट में कहा, "मेरे प्यारे फैन्स, मैं आज आपसे एक अहम बात शेयर कर रहा हूं। मैंने पाकिस्तान क्रिकेट टीम की कप्तानी से इस्तीफा देने का फैसला किया है। पिछले महीने मैंने पीसीबी और टीम प्रबंधन को इसकी जानकारी दी थी।

"इस टीम की कप्तानी करना मेरे लिए गर्व की बात रही है, लेकिन अब समय आ गया है कि मैं इस जिम्मेदारी से हटकर अपने खेल पर ध्यान दूं। कप्तानी मेरे लिए एक अच्छा अनुभव रहा है, लेकिन इससे मेरा वर्कलोड काफी बढ़ गया था। अब मैं अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना और खेल का लुत्फ उठाना चाहता हूं। खेल के साथ-साथ अब मेरा फोकस अपने परिवार के साथ समय बिताना भी है, जिससे मुझे खुशी मिलती है।"

आजम ने आगे कहा कि अब वह आगे अपने खेल पर ध्यान देना चाहेंगे और एक खिलाड़ी के रूप में टीम में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

"इस टीम की कप्तानी करना मेरे लिए गर्व की बात रही है, लेकिन अब समय आ गया है कि मैं इस जिम्मेदारी से हटकर अपने खेल पर ध्यान दूं। कप्तानी मेरे लिए एक अच्छा अनुभव रहा है, लेकिन इससे मेरा वर्कलोड काफी बढ़ गया था। अब मैं अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना और खेल का लुत्फ उठाना चाहता हूं। खेल के साथ-साथ अब मेरा फोकस अपने परिवार के साथ समय बिताना भी है, जिससे मुझे खुशी मिलती है।"

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