T20l डेब्यू से संन्यास तक,T20 World Cup में ऐसा रहा Rohit Sharma का सफर

Updated: Sun, Jun 30 2024 15:33 IST
T20l डेब्यू से संन्यास तक,T20 World Cup में ऐसा रहा Rohit Sharma का सफर (Image Source: Google)

रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की अगुवाई में मैन इन ब्लू ने 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप का टाइटल जीता है। इस जीत के साथ ही भारत का आईसीसी ट्रॉफी का सूखा बी खत्म हो गया। रोहित ने इस मैच के बाद ही टी-20 इंटनरेशनल से संन्यास का ऐलान कर दिया। आइए जानते हैं इस फॉर्मेट में में रोहित शर्मा के सफर के बारे में।

टी20 वर्ल्ड कप 2007 में किया था T20I डेब्यू

रोहित शर्मा आज हिटमैन के नाम से जाने जाते हैं, लेकिन शायद ही आपको ये पता होगा कि हिटमैन ने साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप के दौरान ही अपना पहला टी20 इंटरनेशनल मैच खेला था। रोहित को इंग्लैंड के खिलाफ डरबन में खेले गए मुकाबले में डेब्यू कैप मिला था, लेकिन इस मैच में उन्हें बैटिंग करने का मौका ही नहीं मिला।

 

साउथ अफ्रीका के सामने चमके थे रोहित शर्मा

रोहित को इंग्लैंड के खिलाफ भले ही अपने डेब्यू मैच में अपनी क्षमता दिखाने का मौका नहीं मिला, लेकिन इसके बाद भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए मैच में वो जरूर चमके। इस मुकाबले में कैप्टन एमएस धोनी ने रोहित शर्मा को नंबर पांच पर बैटिंग करने का मौका दिया था। टीम का टॉप ऑर्डर बिखर गया था जिसके बाद रोहित ने इंडियन इनिंग को संभलाते हुए 40 बॉल पर 7 चौके और 2 छक्के मारकर 50 रन बनाए। इस मैच में रोहित प्लेयर ऑफ द मैच भी चुने गए थे।

2014 में दुनिया ने देखा हिटमैन शो

रोहित शर्मा ने इंडिया के लिए 2007 से लेकर अब तक सभी टी20 वर्ल्ड कप खेले हैं,  लेकिन साल 2014 में वो पहला टी20 वर्ल्ड था जहां रोहित शर्मा निखरकर सामने आए। इस टूर्नामेंट में रोहित शर्मा ने इंडियन टीम के लिए 6 इनिंग में 40 की औसत  और 123 के स्ट्राइक रेट से 200 रन ठोक थे। इस दौरान हिटमैन के बैट से 2 हाफ सेंचुरी निकली थी और वो इंडिया के लिए विराट कोहली (319) के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे।

साल 2022 में भी रोहित की कप्तानी में खेली थी टीम 

साल-दर-साल रोहित शर्मा बैटिंग से धमाल मचा रहे थे और इसी बीच उनमें एक लीडर भी दिखने लगा था। ऐसे में जब साल 2021 में विराट कोहली ने टी20 टीम की कप्तानी छोड़ी तो रोहित शर्मा को यह जिम्मेदारी मिली। 2022 टी-20 वर्ल्ड रोहित ने भारतीय टीम की कप्तानी की। इस टूर्नामेंट में रोहित का बल्ला शांत रहा। वो 6 मैचों में 19 की औसत और 106 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 116 रन ही बना पाए, लेकिन टीम ने रोहित की कप्तानी में कमाल का प्रदर्शन किया और वो सेमीफाइनल तक पहुंचे। हालांकि यहां इंग्लैंड से उन्हें सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा जिसके बाद टीम इंडिया टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी।

वर्ल्ड कप में ही सफर खत्म

अपने टी-20 इंटरनेशनल करियर का सफर रोहित ने टी-20 वर्ल्ड कप में ही किया। कप्तानी के साथ-साथ बतौर खिलाड़ी उनके लिए यह टूर्नामेंट शानदार रहा। उन्होंने 8 मैच में 257 रन जोड़े औऱ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं।
टी-20 वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे ज्यादा रन के मामले में भी विराट कोहली के बाद रोहित दूसरे नंबर पर हैं। 

सबसे ज्यादा रन के साथ संन्यास 

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टी-20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में टॉप पर रहते हुए रोहित ने इस फॉर्मेट को अलविदा कहा। उन्होंने 151 पारियों में 4231 रन बनाए।, जिसमें उन्होंने पांच शतक भी जड़े।
 

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