टी- 20 वर्ल्ड कप के टॉप 5 सबसे रोमांचक मैच
आईसीसी टी- 20 क्रिकेट वर्ल्ड कप 8 मार्च से भारत में शुरु होने वाला है। वर्ल्ड टी- 20 पहली बार साउथ अफ्रीका में 2007 में खेला गया था जिसे भारत ने जीतकर इतिहास लिखा था। अब जब वर्ल्ड टी- 20 का छठा संस्करण खेला जाने वाला है तो उससे पहले यहां नजर डालते हैं अब तक वर्ल्ड टी- 20 में खेले गए ऐसे 5 मैचों के बारे में जिसने क्रिकेट प्रेमियों को रोमांच के सागर में गोते लगाने पर मजबूर कर दिया था।
# 2007 टी- 20 वर्ल्ड कप फाइनल (भारत बनाम पाकिस्तान)
टी- 20 वर्ल्ड कप के पहले फाइनल में भारत और पाकिस्तान की टीम पहुंची थी खिताबी भिड़ंत वाले इस मैच में भारत ने टॉस जीतक पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत की टीम ने गौतम गंभीर की 75 रन की पारीके बदौलत 20 ओवर में 5 विकेट पर 157 रन बनाए थे। 158 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 7 विकेट केवल 104 रन पर गिर गए थेष लेकिन एक छोर से मिस्बाह ने कमाल की बल्लेबाजी करते रहे और मैच को अंतिम ओवर तक ले गए। अंतिम ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रन चाहिए थे और आखरी जोड़ी मैदान पर थी।
दोनों टीमों के क्रिकेट फैन सांस थामें मैच का मजा ले रहे थे।
कप्तान धोनी ने अंतिम ओवर जोगिंदर शर्मा को करने के लिए कहा। जोगिंदर शर्मा की पहली गेंद व्हाइट हो गई जिससे अब पाकिस्तान को 6 गेंद पर 12 रन बनानें थे। मिस्बाह के फॉर्म को देखकर यह लक्ष्य पाकिस्तान के लिए आसान लग रहा था। अगली गेंद पर मिस्बाह कोई रन नहीं बना सके। अब पाकिस्तान को 5 गेंद पर 12 रन बनानें थे। ओवर की दूसरे गेंद पर मिस्बाह ने लॉग ऑफ पर जोरदार छक्का जड़ दिया जिससे अब पाकिस्तान को 4 गेंद पर 6 रन बनानें थे। लेकिन मैच की तीसरी गेंद पर मिस्बाह फाइन लेग पर नाट्किय तरह से शॉट खेलकर श्रीसंत को कैच दे बैठे जिससे भारत ने रोमांचक मैच में 5 रन से जीत दर्ज कर टी- 20 का चैंपियन बन गया।
2012 टी- 20 क्रिकेट वर्ल्ड कप (27 सितंबर, 2012, पालकेले) श्रीलंका बनाम न्यूजीलैंड:
2012 टी- 20 वर्ल्ड कप में खेले मैच में न्यूजीलैंड औऱ श्रीलंका की टीम आमने- सामने थी। न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड की टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट पर 174 रन का स्कोर खड़ा किया। इसके जबाब में श्रीलंका की टीम ने तिलकरत्ने दिलशान की शानदार 53 गेंद पर 76 रन की पारी क बदौलत श्रीलंका की टीम लक्ष्य के बिल्कुल करीब आ गई। दिलशान 76 रन बनाकर 19वें ओवर में आउट हो गए जिस वक्त दिलशान आउट हुए उस समय तक श्रीलंका को जीत के लिए 10 गेंद पर 14 रन बनानें थे। इसके साथ ही आखरी ओवर में श्रीलंका को 8 रन की दरकार थी। मैदान पर थिरमाने और एंजिलो मैथ्यूज की जोड़ी थी। दोनों बल्लेबाजों ने आखरी ओवर की 5 गेंद पर 7 रन बना डाले अब श्रीलंका को 1 गेंद पर 1 रन बनानें थे। लेकिन अंतिम गेंद पर थिरमाने रन आउट हो गए जिससे मैच टाई हो गया। जिसके कारण मैच का नतीजा निकालने के लिए एलिमिनेटर नियम का सहारा लिया गया। जिसके तहत 1 ओवर का खेल खेला गया । श्रीलंका पहले बल्लेबाजी करते हुए 1 ओवर में 12 रन बनाए जिसके कारण अब न्यूजीलैंड को 6 गेंद पर मैच जीतने के लिए 13 रन बनानें थे। लेकिन श्रीलंकन गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने बेहद ही कसी हुई गेंदबाजी की जिसके कारण न्यूजीलैंड की टीम केवल 5 रन ही बना सकी और इस तरह उलट – फेर वाले मैच में श्रीलंका ने न्यूजीलैंड से मैच जीत लिया। दिलशान मैन ऑफ द मैच खे खिताब से नवाजे गए।
# 2007 टी- 20 वर्ल्ड कप (14 सितंबर, 2007, डरबन) भारत बनाम पाकिस्तान:
यह तो सोलह आने सच है कि जब कभी भी भारत और पाकिस्तान की टीम आमने- सामने होती है तो क्रिकेट का रोमांच अलग लेवल का होता है। 2007 में खेले गए पहले टी- 20 वर्ल्ड कप क 10वें मैच में भारत का मुकाबला पाकिस्तान के साथ हुआ था। इस बेहद ही रोमांचक मैच में पाकिस्तान के कप्तान शोएब मलिक ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। टॉस हारकर पहले खेलते हुए भारत की टीम ने 20 ओवर में 9 विकेट पर 141 रन का स्कोर खड़ा किया। रोबिन उथप्पा ने मैच में 50 रन की पारी खेली थी. 142 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम की शुरुआत बेहद ही नाट्किय रही और केवल 47 रन के अंदर ही 4 बल्लेबाज पवेलियन का रूख कर चुके थे। लोकिन इसके बाद पाकिस्तान के मिस्बाह उल हक ने कप्तान शोएब मलिक और बल्लेबाज यासिर अराफात के साथ मिलकर पाकिस्तान की टीम को लक्ष्य के समीप लाकर खड़ा कर दिया था। शोएब मलिक 20 रन बनाकर आउट हो चुके थे और वहीं 17.4 ओवर तक पाकिस्तान की टीम के 6 विकेट 103 रन पर गिर चुके थे। मिस्बाह और यासिर अराफात ने पाकिस्तान की पारी को आगे बढ़ाया और आखरी ओवर तक मैच को ले गए। अब पाकिस्तान की टीम को अंतिम 6 गेंदों पर 12 रन की दरकार थी। ऐसे में दोनों टीमों पर दबाव साफ दिखाई दे रहा था। भारत के कप्तान धोनी ने अंतिम ओवर करने के लिए श्रीसंत को गेंद थमाई । मिस्बाह और यासिर अराफात ने पहली 4 गेंद पर 11 रन बटोर लिए थे। इसी के साथ पाकिस्तान के लिए जीत ने दरवाजे खोल रखे थे. श्रीसंत की पांचवीं गेंद पर मिस्बाह कोई रन नहीं बना सके। यानि अंतिम गेंद पर पाकिस्तान को 1 रन की जरूरत थी। अब धोनी ने सभी खिलाड़ियों को फील्डिंग के लिए आगे बुला लिया। मैच के आखरी गेंद पर मिस्बाह बड़ा शॉट नहीं लगा सके और युवराज सिंह और गेंदबाज श्रीसंत की शानदार जुगलबंदी के कारण रन आउट हो गए और मैच टाई हो गया। मैच का निर्णय निकालने के लिए बॉल आउट नियम का इस्तमाल किया गया जिसमें भारत ने 3- 0 से जीत दर्ज कर क्रिकेट प्रेमियों का दिल जूत लिया।
# 2009 टी- 20 वर्ल्ड कप (9 जून 2009, लॉड्स) न्यूजीलैंड बनाम साउथ अफ्रीका:
लॉड्स के मैदान पर खेले गए टी- 20 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका की टीम आमने- सामने से । टी- 20 वर्ल्ड कप के इतिहास में यह सबसे बेहतरीन और रोमांचक मैच था। न्यूजीलैंड की टम ने टॉस जीतकर साउथ अफ्रीका को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया। न्यूजीलैंड की बेहतरीन गेंदबाजी के सामने साउथ अफ्रीका की टीम 20 ओवर में 7 विकेट खोकर केवल 128 रन ही बना सकी। 129 रन का पीछा करने जब न्यूजीलैंड की टीम मैदान पर उतरी को ब्रेंडन मैकुलम ने मैच में शानदार बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड को लक्ष्य तक पहुंचाने क लिए एक छोर पर जमकर बल्लेबाजी कर रहे थे। मैच के 16.5 ओवर तक मैकुलम ने टीम के स्कोर को 93 रन पर पहुंचा दिया था। लेकिन अंतिम गेंद पर मैकुलम 57 रन बनाकर स्टंप आउट हो गए। जिस वक्त मैकुलम आउट हुए उस समय तक न्यूजीलैंड को 3 ओवर में 36 रन की दरकार थी। मैच न्यूजीलैंड के हाथों से फिसला हुआ नजर आने लगा था। लेकिन जैकब ओरम और स्कॉट स्टायरिस की जोड़ी ने 18वें ओवर में 9 रन और 19वें ओवर में 12 रन जोड़कर न्यूजीलैंड की टीम को नाट्कि जीत दिलाने की राह पर खड़ा कर दिया था. अब न्यूजीलैंड को अंतिम ओवर में 15 रनों की जरूरत थी। साउथ अफ्रीका के कप्तान ग्रेम स्मिथ ने आखरी ओवर डालने के लिए गेंदबाज वायने पारनेल को कहा। आखरी ओवर में पहली 4 गेंद पर दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर 11 रन बटोर लिए थे जिसके कारण अब न्यूजीलैंड को आखरी गेंद पर 4 रन की दरकार थी। ऐसे में अंतिम गेंद पर ओरम ने लॉग ऑन पर शॉट खेला और रन लेने के लिए दौड़ पड़े। तीसरा रन लेने के चक्कर में जेकब ओरम रन आउट हो गए। जिसके कारण न्यूजीलैंड बेहद ही रोमांचक वाले मैच में 1 रन से हार गया था। लेकिन लॉड्स पर मौजूद हजारों क्रिकेट प्रशंसकों की दिल की धड़कन एक पल के लिए रूक गई थी।
# 2010 टी- 20 वर्ल्ड कप (14 मई 2010, ग्रोस आइलेट) ऑस्ट्रेलिया बनाम पाकिस्तान:
2010 में खेले गए टी- 20 वर्ल्ड कप का यह सेमीफाइनल मैच था जब ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान की टीम फाइनल में पहुंचने के लिए एख दूसरे को हराने के इरादे से मैदान पर उतरी थी। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। लेकिन यहां ऑस्ट्रेलिया का यह फैसला पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने निराधार साबित कर दिया। कामरान अकमल और उमर अकमल की 50 और 56 रन की जबरदस्त पारी के बदौलत पाकिस्तान की टीम ने 20 ओवर में 6 विकेट पर 191 रन बना लिए। 192 रन के लक्ष्य को हासिल करने के इरादे से मैदान पर उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए पाकिस्तान के गेंदबाजों के लिए हालात तब नासाज हो गए जब 12.3 ओवर में ही कंगारूओं की आधी टीम केवल 105 रन पर पवेलियन का रूख कर चुकी थी।
ऐसे में पाकिस्तान का पलड़ा पूरी तरह से ऑस्ट्रेलियन टीम पर हावी हो चुका था लेकिन यहां से ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज कैमरून व्हाइट और माइकल हसी ने ऑस्ट्रेलियन पारी को संभाला और ऑस्ट्रेलिया के स्कोर को 140 के आस – पास पहुंचा दिया। बल्लेबाज कैमरून व्हाइट 43 रन के स्कोर पर आउट हुए तो ऑस्ट्रेलिया का स्कोर इस समय तक 16.3 ओवर में 139 रन था। यहां से एक बार फिर मैच पाकिस्तान की ओर उस समय पलट गया जब स्कोर में केवल 5 रन ही जुटे थे कि स्टीवन स्मिथ भी 5 रन बनाकर आउट हो गए और 17.1 ओवर में ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 7 विकेट पर 144 रन था। अब ऑस्ट्रेलिया को 3 ओवर में 48 रन की दरकार थी।
ऑस्ट्रेलिया के माइकल हसी ने ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाने के लिए पूरा दारोमदार अपने ऊपर ले लिया। ऑस्ट्रेलिया को आखरी 2 ओवर में 34 रन बनानें थे। माइकल हसी ने 19वें ओवर में आमिर की ओवर में दनादन 16 रन बटोर लिए जिसके कारण आखरी ओवर में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 18 रन की दरकार थी। आखरी ओवर करने के लिए पाकिस्तान के स्पिनर सईद अजमल को गेंद थमाई गई। पहली गेंद पर मिशेल जॉनसन ने 1 रन लेकर स्ट्राइक हसी को दे दिया। ऑस्ट्रेलिया को 5 गेंद पर अब 17 रन बनानें थे। लेकिन माइकल हसी ने सईद अजमल जैसे गेंदबाज पर अगले 4 गेंद पर क्रमश: 6, 6, 4 और छक्का जमाकर ऑस्ट्रेलिया की टीम को 1 गेंद शेष रहते बेहद ही असाधारण तरीके से मैच जीता दिया। माइकल हसी ने उस मैच में केवल 24 गेंद पर 6 छक्के और 3 चौके की सहायता से 60 रन की पारी खेली थी। इस मैच जीताऊ पारी के लिए माइकल हसी को मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा था। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह मैच आज भी एक यादगार मैच की तरह जेहन में समाए हुए है।