वर्ल्ड कप फ्लैशबैक: एक नजर 1979 क्रिकेट वर्ल्ड कप पर
24 अप्रैल (CRICKETNMORE) - साल 1979 में वनडे वर्ल्ड कप का दूसरा संस्करण 9 से 23 जून तक इंग्लैंड की सरजमीं पर खेला गया। इस संस्करण में वेस्टइंडीज जबरदस्त प्रदर्शन कर के लगातार दूसरी बार चैंपियन बनी।
पहले संस्करण के जैसे ही इस वर्ल्ड कप में भी 8 टीमों ने अपनी दावेदारी पेश की। इन टीमों में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड, भारत ,श्रीलंका, वेस्टइंडीज, पाकिस्तान और पहली बार कनाडा की टीम भी वर्ल्ड कप के महामुकाबलें में उतरी।
इन 8 टीमों को 2 ग्रुप में बांटा गया। "ग्रुप ए" में इंग्लैंड ,पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा की टीम एक दूसरें से भिड़ी तो वहीं "ग्रुप बी" में भारत, वेस्टइंडीज, श्रीलंका तथा न्यूज़ीलैंड की टीमों के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिला। दोनों ग्रुप की हर टीमें अपने-अपने ग्रुप की अन्य टीमों से एक-एक बार भिड़ी। ग्रुप स्टेज में सभी टीमों के बीच कड़े मुकाबलें के बाद वेस्टइंडीज, पाकिस्तान, न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड की टीम ने नॉक आउट मैचों में अपनी जगह बनाई।
पहला सेमीफाइनल
इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के बीच पहला सेमीफाइनल मुकाबला ओल्ड ट्रफोर्ड के मैदान पर खेला गया जिसमें इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर न्यूज़ीलैंड के सामने 222 रनों का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूज़ीलैंड की टीम 9 विकेट खोकर 212 रन ही बना सकी और इंग्लैंड ने मुकाबलें को 9 रनों से अपने नाम किया। इंग्लैंड के ग्राहम गूच को उनकी 71 रनों की शानदार पारी के लिए "मैन ऑफ द मैच" के खिताब से नावजा गया।
दूसरा सेमीफाइनल
दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के बीच ओवल के मैदान पर खेला गया जहां वेस्टइंडीज की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट के नुकसान पर 293 रन बनाए। 294 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम 250 रनों पर ऑलआउट हो गयी । मैच में वेस्टइंडीज 43 रनों से जीती और गॉर्डन ग्रीनिज को उनकी 73 रनों की बेहतरीन पारी के लिए "मैन ऑफ द मैच " का खिताब मिला।
फाइनल
23 जून को एतेहासिक लॉर्ड्स मैदान पर गत चैंपियन वेस्टइंडीज और पहली बार फाइनल में जगह बनाने वाली मेजबान इंग्लैंड के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया।
मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर वेस्टइंडीज को पहले बल्लेबाजी करने का न्यौता दिया। वेस्टइंडीज ने विवियन रिचर्ड्स (138 रन) और कॉलिस किंग(86 रन) की मदद से इंग्लैंड के सामने 287 रनों का लक्ष्य रखा। चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम संभलकर नहीं खेल सकी और 194 रनों पर ऑलआउट हो गयी।
वेस्टइंडीज ने मुकाबलें को 92 रनों से जीतकर लगातार दूसरीं बार वर्ल्ड चैंपियन बनीं। विवियन रिचर्ड्स को उनकी 138 रनों की शतकीय पारी के लिए "मैन ऑफ द मैच" का पुरस्कार मिला।