5 भारतीय खिलाड़ी जिनका समय से पहले ही खत्म हो गया करियर, चयनकर्ताओं से उलझना पड़ा भारी
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताने की कोशिश करेंगे उन 5 अनलकी बल्लेबाजों के बारे में जिनको चयनकर्ताओं के फैसले के खिलाफ बोलना भारी पड़ा था।
फैज़ फज़ल: विदर्भ को अपनी कप्तानी में लगातार 2 बार रणजी ट्रॉफी जीताने वाले फैज़ फज़ल को चयनकर्ताओं ने लगातार नजरअंदाज किया। जब फैज़ फज़ल को टीम इंडिया और इंडिया ए से दरकिनार किया गया तब फैज ने चयनकर्ताओं के फैसलने पर सवाल उठाते हुए ट्वीट कर लिखा था, 'क्या हमने लगातार दो बार रणजी ट्रॉफी और ईरानी कप जीता है।' उस वक्त फैज फजल ने रणजी ट्रॉफी में 70.15 की औसत से 912 रन बनाये थे।
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मनोज तिवारी: टीम से ड्रॉप होने के बाद मनोज तिवारी ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया था। मनोज ने 2017 में 127 के औसत से 507 रन बनाए थे लेकिन फिर भी उनकी अनदेखी हुई थी। इसके बाद तिवारी ने चयनकर्ताओं पर सवाल उठाते हुए कहा था कि इतने रन बनाने के बाद भी आप एक खिलाड़ी के साथ ऐसा कैसे कर सकते हैं। मनोज तिवारी को यह बयान देना काफी भारी पड़ा और फिर उन्हें टीम में दोबारा मौका नहीं मिल पाया था।