टीम इंडिया ने शुक्रवार को केपटाउन में तीसरे और अंतिम मैच में हारने के बाद साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने का सुनहरा मौका गंवा दिया और कम अनुभवी प्रोटियाज की टीम 2-1 से सीरीज जीत गई। विराट कोहली की टीम के रेनबो नेशन में असफल होने के कई कारण थे। अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के साथ अनुभवी रविचंद्रन अश्विन (Ravichandaran Ashwin) सबसे बड़ी निराशाओं में से एक थे।
अश्विन के विदेशों में खराब प्रदर्शन के बारे में हमेशा चर्चा होती रही है। हाल ही में समाप्त हुई टेस्ट श्रृंखला में भी उन्होंने प्रोटियाज के खिलाफ तीन मैचों में 64.1 ओवरों में सिर्फ तीन विकेट लिए। इनमें से दो विकेट बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारतीय जीत पर मुहर लगाने वाले आखिरी दो विकेट थे।
35 वर्षीय खिलाड़ी के खराब प्रदर्शन को लेकर आलोचना हो रही है। हाल ही में क्रिकेटर से कमेंटेटर बने आकाश चोपड़ा ने टेस्ट सीरीज में भारत की हार के कारणों में से एक विकेट लेने में असमर्थता को रेखांकित किया।