जब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज डेविड बून ने फ्लाइट में पी थी बीयर के 52 केन
1989 की एशेज खेलने इंग्लैंड जाते हुए फ्लाइट में डेविड बून (David Boon) के बीयर के 52 केन पीने का जो किस्सा है- उस पर खुद डेविड बून पहली बार खुल कर बोले।
1989 की एशेज खेलने इंग्लैंड जाते हुए फ्लाइट में डेविड बून (David Boon) के बीयर के 52 केन पीने का जो किस्सा है- उस पर खुद डेविड बून पहली बार खुल कर बोले।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों का शराब से प्यार। डेविस बून तो ख़ास तौर पर इसके लिए खूब मशहूर रहे हैं और उनके उसी किस्से को इस बार चर्चा में लेते हैं। डेविड बून वही क्रिकेटर हैं जिन्होंने टेस्ट में 21 शतक बनाए- इनमें से 7 इंग्लैंड के विरुद्ध और ये रिकॉर्ड खुद बता देता है कि वे कैसे बल्लेबाज थे? 107 टेस्ट में 43.65 औसत से 7422 रन पर दुनिया इन गिनती से ज्यादा उन्हें उनकी ट्रेडमार्क मूंछों और 52 बीयर की स्टोरी के लिए जानती है। कितनी क्रिकेट जानते हैं-इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि आईसीसी के सबसे 'बिजी' मैच रेफरी में उनका नाम है।
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बून के नाम के साथ जुड़ा 52 बीयर केन का किस्सा खूब मशहूर है और इसके लिए वे खूब 'बदनाम' भी हुए। वे अक्सर ये कहते रहे कि खबर सच नहीं पर मानते यही हैं कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया टीम की फ्लाइट में किसी भी क्रिकेटर के सबसे ज्यादा बीयर पीने के डग वाल्टर्स और रॉड मार्श के 44 बीयर का रिकॉर्ड तोड़ा- ये रिकॉर्ड 1973 में कैरेबियन टूर से ऑस्ट्रेलिया लौटने की फ्लाइट में बना था। तब लगा था कि यह रिकॉर्ड नहीं टूटेगा। बून की स्टोरी- क्रिकेट की सबसे मशहूर 'इन-फ्लाइट' स्टोरी में से एक है।
बून कहते हैं कि उनके रिकॉर्ड की ऐसी रिपोर्ट किसी परीकथा जैसी कल्पना हैं पर टीम में मौजूद दो और क्रिकेटर ज्योफ लॉसन और डीन जोन्स ने हमेशा कहा कि बून ने 52 केन पिए थे। लॉसन का तो दावा है कि वह एयरलाइन सिक बैग पर स्कोरिंग कर रहे थे- तो गलती कैसे हो सकती है? जोन्स का दावा था कि इनमें से 22 बियर तो सिंगापुर तक गटक गए थे। जोन्स ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था- 'मैं ऊपर सो गया था पर अचानक ज़ोर से तालियों की गड़गड़ाहट हुई और फ्लाइट के कप्तान ने घोषणा की कि बून का स्कोर 52 रहा है और ये नया रिकॉर्ड है। इसी शोर से उनकी नींद खुली। जोरदार तालियां सुनकर कोच सिम्पसन भी जग गए पर उन्हें लगा था कि किसी ने कोई बड़ा कार्ड गेम जीत लिया है।
बून ने 2006 में कहा था- 'मुझे मालूम है कि मेरे बारे में बहुत सारी कहानियां मशहूर हैं जिन्हें पिछले कुछ सालों में खूब बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता रहा है। हमने अपना क्रिकेट उस दौर में खेला जहां यही कहते थे कि मजा करो पर क्रिकेट पर असर न आने दो।' उस सीरीज में बून का औसत 55 रहा और ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज 4-0 से जीती।
ये क्वांटास की फ्लाइट थी और कहते हैं जब इसके हीथ्रो पर लैंड करने के बाद डेविड बून बाहर निकले, तो ऑस्ट्रेलियाई रिकॉर्ड तोड़ने के बाद भी बिलकुल 'फ्रेश' नजर आ रहे थे। वह 30 अप्रैल, 1989 का दिन था। एलन बॉर्डर टूर टीम के कप्तान थे। ये बड़ी लंबी क्वांटास फ्लाइट थी- सिडनी से सिंगापुर (जहां रुके) और वहां से हीथ्रो। तब फ्लाइट बड़ी लंबी होती थीं और क्रिकेटर टाइम पास करने का अपना-अपना तरीका ढूंढ लेते थे पर सब कंट्रोल में रहता था। टीम के साथ तीन सीनियर बॉर्डर, बॉबी सिम्पसन (मैनेजर) और लॉरी सॉले (सेलेक्शन कमेटी के चेयरमैन) थे पर ये तीनों ऊपर के डैक में थे। इन्हें मालूम ही न पड़ा कि नीचे कौन सा मैच चल रहा है?
कहते तो ये हैं कि 1977 और 1983 में भी टूर फ्लाइट में वाल्टर्स और मार्श के रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश हुई पर कामयाबी नहीं मिली। खुद मार्श के 1983 में 46 के स्कोर का जिक्र कई किताबों में मिलता है।
जब बून ने 'रिकॉर्ड' तोड़ने की मुहिम शुरू की तो मर्व ह्यूज और मार्क टेलर उनका साथ दे रहे थे। फिर डीन जोन्स इनके साथ शामिल हो गए। जोन्स बड़े चालाक थे- कंट्रोल में रहे और 'स्कोरिंग' भी कर रहे थे। ये जोन्स ने ही बाद में एक ऑस्ट्रेलियन पेपर को बताया था कि बून सिंगापुर तक बीयर की अपनी 22वीं केन खत्म कर चुके थे। फ्लाइट स्टाफ ने भी विक्टोरिया बिटर बियर के 52 केन के रिकॉर्ड की गिनती की पुष्टि की। ह्यूज तो और आगे निकल गए- इस गिनती को ग़लत बताकर 53 केन कहते रहे।