Advertisement

बैंनक्रॉफ्ट के बयान के बाद वार्नर की मुश्किल बढ़ी

मेलबर्न, 27 दिसम्बर - साथी खिलाड़ी स्टीवन स्मिथ और कैमरून बैनक्रॉफ्ट द्वारा बॉल टेम्पिरिंग में डेविड वार्नर को मुख्य आरोपी बताने के बाद भी क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) पूर्व उप-कप्तान को टीम में दोबारा शामिल करने पर...

Advertisement
David Warner
David Warner (Image - Google Search)
Cricketnmore Editorial
By Cricketnmore Editorial
Dec 27, 2018 • 10:30 PM

मेलबर्न, 27 दिसम्बर - साथी खिलाड़ी स्टीवन स्मिथ और कैमरून बैनक्रॉफ्ट द्वारा बॉल टेम्पिरिंग में डेविड वार्नर को मुख्य आरोपी बताने के बाद भी क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) पूर्व उप-कप्तान को टीम में दोबारा शामिल करने पर गंभीरता से विचार करेगा। इसी साल मार्च में केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में इन तीनों खिलाड़ियों को बॉल टेम्पिरिंग का दोषी पाया गया था। 

तत्कालीन कप्तान स्मिथ और सलामी बल्लेबाज बैनक्रॉप्ट ने हालिया दौर में इंटरव्यू में इस बात का पूरा दोष वार्नर के माथे मड़ दिया था। स्मिथ ने कहा कि उन्हें इस बारे में पता नहीं था और वार्नर ने उन्हें ऐसा करने की जानकारी थी, जिसे उन्होंने नजरअंदाज कर दिया जो उनकी बड़ी गलती रही। वहीं बैनक्रॉफ्ट ने भी एक साक्षात्कार में कहा था कि वार्नर ने उन्हें गेंद पर सैंडपेपर लगाने को कहा था। 

इन इल्जामों के बाद ऐसा लग रहा था कि सीए वार्नर को दोबारा टीम में शामिल करने पर सख्त रवैया अपना सकता है। सीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) केविन रोबर्ट्स ने कहा कि वार्नर को टीम में दोबारा शामिल करने को लेकर बोर्ड गंभीरता से विचार करेगा। 

एसईएन रेडियो ने रोबर्ट्स के हवाले से लिखा है, "हमारा ध्यान वार्नर के साथ मिलकर काम करने पर है। उनसे मैंने तीन दिन पहले ही टीम में शामिल करने को लेकर बात की है। मुझे लगता है कि इस बात की सबसे ज्यादा जरूरत है कि हमें वार्नर, स्मिथ और बैनक्रॉफ्ट को इस बात का एहसास दिलाने की जरूरत है कि अब वह जो भी करेंगे उससे आस्ट्रेलिया को गर्व होगा।"

उन्होंने कहा, "केपटाउन विवाद को नौ महीने गुजर चुके हैं। जांच की जा चुकी है और सजा भी दी जा चुकी है। अब हमारा ध्यान खिलाड़ियों को एक साथ लाने पर है। हमारा ध्यान आगे बढ़ने पर है ताकि हम इस दौरान सभी खिलाड़ियों का समर्थन कर सकें।"

सीईओ ने कहा, "हमारा ध्यान सक्रियता से खिलाड़ियों के साथ काम करने पर है न कि बीती बातों पर ध्यान देने पर है।"

Cricketnmore Editorial
By Cricketnmore Editorial
December 27, 2018 • 10:30 PM

आईएएनएस

Trending

Advertisement

Advertisement