भारत के सबसे बेहतरीन रेड-बॉल स्पिनर्स में से एक रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा टेस्ट ड्रॉ होने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया। इस अचानक लिए गए फैसले ने अश्विन के बचपन के कोच सुनील सुब्रमण्यम को भी हैरान कर दिया, जिनका मानना था कि दिग्गज स्पिनर में 2025-2027 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चक्र तक भारत के लिए खेल सकता था।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट मैच के ड्रॉ होते ही अश्विन कप्तान रोहित शर्मा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए और उन्होंने तीनों फॉर्मैट से अपने संन्यास का ऐलान कर दिया। रोहित शर्मा ने बाद में खुलासा किया कि अश्विन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाकी बचे मैचों के लिए टीम के साथ नहीं रहेंगे और 19 दिसंबर को भारत लौट आएंगे।
Rediff.com से बात करते हुए, सुब्रमण्यन ने अश्विन के फैसले को स्वीकार किया लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें लगता है कि स्पिनर कम से कम कुछ और साल खेल सकता था। सुब्रमण्यन ने कहा, "मैं बहुत हैरान था। वो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-2027 चक्र में खेल सकते थे, काफी सारे घरेलू टेस्ट थे, उसके बाद वो खेल छोड़ सकते थे। लेकिन अब वो रिटायर हो चुके हैं, हमें उनके फैसले का सम्मान करना चाहिए, शायद उनके अपने कारण रहे होंगे।"