भारत ए और ऑस्ट्रेलिया के बीच लखनऊ में खेले जा रहे अनौपचारिक टेस्ट मैच के चौथे दिन भारत ए के बल्लेबाज़ देवदत्त पडिक्कल ने शानदार शतक जड़कर हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। इस पारी ने टीम को मुश्किल हालात से बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाई। ये पडिक्कल का सातवां प्रथम श्रेणी शतक है।
उन्होंने ये उपलब्धि 198 गेंदों का सामना करने के बाद हासिल की, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ कोरी रोचिचियोली की गेंद पर एक रन लेकर शतक पूरा किया। इससे पहले, विकेटकीपर बल्लेबाज़ ध्रुव जुरेल ने भी इस मैच में शतक जमाया था। जुरेल और पडिक्कल की जोड़ी ने मिलकर भारतीय पारी को मज़बूती दी और टीम को मज़बूत स्थिति में पहुंचाया।
भारत ए की पारी उस समय संघर्ष कर रही थी, जब स्कोर 222/4 था। शुरुआती झटकों के बाद ऐसा लग रहा था कि टीम बड़ी मुश्किल में फंस सकती है। लेकिन पडिक्कल और जुरेल ने मिलकर एक सधी हुई साझेदारी निभाई। दोनों बल्लेबाज़ों ने मिलकर 200 से ज़्यादा रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की और टीम को मैच में मज़बूती से वापस ला दिया।