क्या रवींद्र जडेजा बनना चाहते थे टेस्ट टीम के कप्तान? भारतीय ऑलराउंडर ने बताया अपना आखिरी सपना, जिसे वो रिटायरमेंट से पहले पूरा करना चाहते हैं
भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने अपने दिल की एक ऐसी बात शेयर की है, जो शायद अब तक किसी को नहीं पता थी।

भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने अपने दिल की एक ऐसी बात शेयर की है, जो शायद अब तक किसी को नहीं पता थी। एक बातचीत के दौरान जब उनसे पूछा गया कि रिटायरमेंट से पहले वो क्या हासिल करना चाहते हैं, तो उन्होंने बिना झिझक अपना 'आखिरी सपना' सबके सामने रख दिया।
भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी खिलाड़ी रवींद्र जडेजा ने टेस्ट कप्तानी को लेकर दिल खोलकर बात की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने करियर में लगभग सब कुछ हासिल कर लिया है, लेकिन एक ख्वाहिश अब भी बाकी है, टीम इंडिया की कप्तानी करना।
जडेजा ने ये बातें रविचंद्रन अश्विन के यूट्यूब शो ‘Kutti Stories with Ash’ पर कही। बातचीत के दौरान जब अश्विन ने उनसे पूछा कि ऐसा कौन सा लक्ष्य है जिसे वह अपने रिटायरमेंट से पहले पाना चाहेंगे, तो जडेजा ने बिना झिझक कहा, “अभी तो एक ही चीज बची है, टेस्ट कप्तानी। बाकी तो सब कुछ अचीव कर लिया है।”
जामनगर से आने वाले 36 वर्षीय जडेजा अब तक 80 टेस्ट, 204 वनडे और 74 टी20 मैच भारत के लिए खेल चुके हैं। हालांकि, उन्हें कभी भी टीम इंडिया की कप्तानी करने का मौका नहीं मिला। हां, आईपीएल में वे चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी कर चुके हैं, लेकिन वह सफर कुछ खास नहीं रहा।
दिलचस्प बात ये है कि खुद अश्विन, जिन्होंने दिसंबर 2024 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया, वे भी कभी भारत की कप्तानी नहीं कर पाए। हालांकि दोनों खिलाड़ी अपने-अपने आईपीएल फ्रेंचाइज़ी के कप्तान जरूर रहे।
गौरतलब है कि रोहित शर्मा के 7 मई को टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने के बाद नए कप्तान को लेकर चर्चाएं तेज थी। अश्विन ने भी इस रेस में जडेजा का नाम आगे बढ़ाया था। उन्होंने कहा था, “सब लोग शुभमन गिल की बात कर रहे हैं, लेकिन जडेजा को क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है?” अश्विन ने ये भी कहा था कि अगर गिल को कप्तान बनाना है, तो पहले किसी अनुभवी खिलाड़ी के साथ उन्हें कुछ वक्त देना चाहिए।
लेकिन जडेजा का टेस्ट टीम की कप्तानी करने का सपना शायद अधुरा रह जाए क्योकिं भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने रोहित शर्मा की रिटायरमेंट के बाद अब शुभमन गिल को टेस्ट कप्तान चुना है जबकि उपकप्तान के रुप में रिषभ पंत को। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या रवींद्र जडेजा का यह सपना हकीकत बन पाता है या नहीं।