सिडनी, 5 जुलाई| शेन वॉर्न और स्टीव वॉ, 1990 के आखिर में ऑस्ट्रेलियाई टीम के दो शानदार चेहरे थे। वॉ ने बाद में ऑस्ट्रेलियाई टीम का नेतृत्व भी किया। लेकिन वॉर्न और वॉ के संबंधों में वर्षों से खटास रही है। पूर्व कप्तान वॉ ने 1999 में ऑस्ट्रेलिया के वेस्टइंडीज दौरे के लिए वॉर्न को नहीं ले जाने का फैसला किया था। वॉ ने बताया है कि कैसे वह अपने सर्वश्रेष्ठ स्पिनर को चौथे और अंतिम टेस्ट से बाहर करने के फैसले पर पहुंचे।
वॉ ने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइक एथर्टन के साथ स्कोई स्पोटर्स पर बातचीत के दौरान कहा, " कप्तान के रूप में वेस्टइंडीज का यह मेरा पहला दौरा था। एक कप्तान के रूप में आपसे मुश्किल फैसले लेने की उम्मीद की जाती है। इसलिए आपको यह काम दिया जाता है। आप वहां हर किसी को खुश करने के लिए नहीं होते हैं। मैं हमेशा एक निश्चित बिंदु पर अपने खिलाड़ियों के प्रति वफादार रहना चाहता था, लेकिन आप टीम और उनके प्रदर्शन के प्रति वफादार रहेंगे।"
उन्होंने कहा, " टेस्ट मैच से पहले मैं शेन के साथ संपर्क कर रहा था। मैच से पहले,हमारा एक कार्यक्रम था और इसलिए हमारे बीच सीधी बातचीत हुई और मैंने कुछ चीजों का उल्लेख किया। अगले दिन मैं टीम की एक बैठक में गया, जहां यह ज्योफ मार्श, शेन वॉर्न और मैं था।"