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पिता इंग्लैंड के लिए खेले फिर की आत्महत्या, मां कैंसर से लड़ी,जानें जॉनी बेयरस्टो की 51 नंबर जर्सी का राज

जॉनी बेयरस्टो टेस्ट क्रिकेट में छा रखे हैं। हाल ही में बेयरस्टो ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक के बाद एक दो विस्फोटक शतक जड़े, वहीं एजबेस्टन टेस्ट में उन्होंने दोनों ही पारियों में सेंचुरी जड़कर मेला लूट लिया।

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Cricket Image for पिता इंग्लैंड के लिए खेले फिर की आत्महत्या, मां कैंसर से लड़ी,जानें जॉनी बेयरस्टो (Image Source: Google)
Nishant Rawat
By Nishant Rawat
Jul 06, 2022 • 02:26 PM

इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने एजबेस्टन में इंडिया को 7 विकेट से शिकस्त देकर सीरीज को ड्रॉ पर खत्म किया। इस टेस्ट मैच में एक बार फिर इंग्लैंड के हीरो रहे 'जॉनी बेयरस्टो।' विकेटकीपर बल्लेबाज़ जॉनी अपने करियर के सुनहरे दौर से गुजर रहे हैं। बेयरस्टो के बल्ले से पिछली छह पारियों में चार शतक निकल चुके हैं। इस विकेटकीपर बैटर ने बीते कुछ महीनों में न्यूजीलैंड और इंडिया के घातक गेंदबाज़ों को बिल्कुल मामूली साबित किया और टेस्ट फॉर्मेट में टी-20 क्रिकेट के अंदाज में रन बनाए। बेयरस्टो के प्रशंसकों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। यही वज़ह है आज हम आपको बेयरस्टो से जुड़ी कुछ ऐसी खास बातें बताएगें जो शायद ही आपको पता होंगी।

Nishant Rawat
By Nishant Rawat
July 06, 2022 • 02:26 PM

संघर्षो से भरा रहा था जॉनी का बचपन

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सफलता की ऊंचाइयों को छू रहे जॉनी बेयरस्टो का बचपन काफी दर्द भरा रहा था। दरअसल जॉनी ने महज़ 8 साल की छोटी उम्र में ही अपने पिता डेविड बेयरस्टो को खो दिया था। इतना ही नहीं पिता की मौत के बाद बेयरस्टो की मां को कैंसर जैसी बड़ी बीमार ने जकड़ा, लेकिन इसके बावजूद जॉनी की मां ने कभी हार नहीं मानी और अपने बच्चों को कठिन समय से लड़ना सीखाया। छोटे जॉनी ने अपनी मां के संघर्षो को देखकर बचपन में ही बड़ा होकर कामियाब क्रिकेट बनने का संकल्प लिया था।

जॉनी की पिता डेविड भी थे विकेटकीपर बल्लेबाज़

डेविड बेयरस्टो यानि जॉनी बेयरस्टो के पिता, एक विकेटकीपर बल्लेबाज़ थे। डेविड ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए 4 टेस्ट मैच और 21 वनडे मुकाबले खेले थे। डेविड यॉर्कशायर के लिए क्लब क्रिकेट भी खेला करते थे। गौरतलब है कि आज जॉनी बेयरस्टो भी अपने पिता की तरह यॉर्कशायर और इंग्लैंड के लिए विकेटकीपर बैटर के तौर पर जलवे बिखेर रहे हैं। 

डिप्रेशन ने उठाया था जॉनी के सिर से पिता का साया

5 जनवरी 1998 को जॉनी बेयरस्टो के पिता ने सुसाइड कर ली थी। डेविड बेयरस्टो डिप्रेशन के शिकार हो चुके थे। डिप्रेशन ने उन्हें बुरी तरह तोड़ दिया था जिसके कारण उन्होंने महज़ 46 साल की उम्र में सुसाइड करने का फैसला किया और अपने परिवार को अकेला छोड़कर चले गए।

51 नंबर की जर्सी का राज

जॉनी बेयरस्टो को 51 नंबर की जर्सी से काफी लगाव है, जिसके पीछे की वज़ह उनके पिता हैं। दरअसल जॉनी के पिता का जन्म 1951 में हुआ था, जिस वज़ह से जॉनी 51 नंबर की जर्सी पहनकर अपने पिता को ट्रिब्यूट देते हैं।

कैंसर के कारण झड़ गए थे मां के बाल

जॉनी बेयरस्टो ने एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया था कि उनकी मां जैनेथ बेयरस्टो पति की मृत्यु के दौरान कैंसर से जूझ रही थी। उनकी कीमोथैरेपी हुई थी जिस वज़ह से उनके सारे बाल झड़ चुके थे। बेयरस्टो बताते हैं कि पिता की मृत्यु के अगले दिन उनकी मां का जन्मदिन था और उन्होंने हमें स्कूल भेजा। वह चाहती थी कि उनके बच्चे परिस्थितियों से लड़ना सीखे।

बता दें कि साल 2020, जॉनी की मां जैनेथ बेयरस्टो को यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब की पहली महिला वाइफ-प्रेसिडेंट बनने का गौरव मिला था।

ऑस्ट्रेलियाई फैन ने दिए थे पिता डेविड के गलव्स

साल 2017-18 एशेज सीरीज, जॉनी बेयरस्टो को उनकी पूरी जिंदगी का सबसे अमूल्य उपहार मिला। यह तोहफा उन्हें एक ऑस्ट्रेलियाई फैन ने दिया था। जॉनी को उनके पिता डेविड बेयरस्टो के गलव्स तोहफे के रूप में मिले थे, जिन्हें वह सबसे विशेष गिफ्ट मानते हैं।

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