इंदौर, 14 जनवरी| पार्थिव पटेल (143) की कप्तानी पारी की बदौलत गुजरात ने रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले के पांचवें एवं अंतिम दिन शनिवार को मौजूदा विजेता मुंबई को पांच विकेट से मात देते हुए पहली बार खिताब पर कब्जा जमाया है। गुजरात को जीत के लिए चौथी पारी में 312 रनों की दरकार थी। कप्तान पार्थिव और मनप्रीत जुनेजा (54) की आगुआई में गुजरात ने 89.5 ओवरों में पांच विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। रोहित शर्मा का बड़ा बयान, धोनी की वजह से अपने वनडे करियर को बचा पाया
गुजरात इससे पहले 1950-51 में रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा था। गुजरात पहली बार फाइनल में होल्कर क्रिकेट टीम से हारा था और इ्त्तेफाक देखिए कि 66 साल बाद इस बार उसने होल्कर स्टेडियम में ही यह जीत हासिल की। BREAKING: पहले वनडे के लिए टीम इंडिया से बाहर हुआ ये बड़ा दिग्गज, यह बल्लेबाज लेगा जगह
इसके अलावा गुजरात ने इस फाइनल में 87 साल के रिकार्ड को भी ध्वस्त किया है। गुजरात द्वारा तय किया गया यह लक्ष्य रणजी ट्रॉफी के फाइनल में हासिल किया गया सर्वोच्च लक्ष्य है। इससे पहले हैदराबाद ने 1937-38 के फाइनल में 310 रनों के लक्ष्य का पीछा किया था।
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