हार्दिक पांड्या को बेहतर खिलाड़ी बननें के लिए करना होगा ऐसा, शॉन पोलॉक ने दी खास सलाह
10 अगस्त। साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान शॉन पोलॉक का कहना है कि अगर भारत के युवा हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या को लंबे समय तक क्रिकेट खेलनी है तो उन्हें अपने खेल के एक पक्ष पर ध्यान देना होगा। दिनेश कार्तिक की
उन्होंने कहा, "हार्दिक को शांति से बैठकर किसी एक चीज (बल्लेबाजी या गेंदबाजी) को मुख्य रूप से चुनने की जरूरत है जो उन्हें टीम में बनाए रखे और फिर दूसरी चीज में उन्हें योगदान देना चाहिए क्योंकि दोनों ही तरह से टीम में योगदान देना काफी मुश्किल होता है।"
दिनेश कार्तिक की वाइफ दीपिका हैं बहुत खूबसूरत, देखें PICS
पूर्व कप्तान ने कहा, "अगर वह आराम से इस बारे में सोचते हैं तो इसमें कोई शक नहीं है कि वह भारत के एक शानदार हरफनमौला खिलाड़ी बन सकते हैं।"
पोलॉक ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 303 वनडे खेले थे जिसमें उन्होंने 393 विकेट लिए थे उन्होंने 3,519 रन भी बनाए थे।
पोलॉक ने भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बयान का समर्थन करते हुए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के वनडे में दो नई गेंदों के इस्तेमाल के फैसले की आलोचना की है।
उन्होंने कहा, "इस फैसले से रिवर्स स्विंग खत्म हो सकती है। यह इस पर भी निर्भर है कि आप किस विकेट पर खेल रहे हैं। उपमहाद्वीप में गेंद मुलायम रहती है और उसे पारी के अंत में मारना मुश्किल होता है जिससे गेंदबाजी करने वाली टीम को फायदा होता है।"
पोलॉक ने आईसीसी से अनुरोध किया है कि वह एक गेंद के इस्तेमाल पर वापस आए ताकि क्रिकेट में बल्लेबाजों के प्रभुत्व को कम किया जा सके।
उन्होंने कहा, "अगर वो एक गेंद पर वापस आते हैं तो यह अच्छा होगा और हमें रिवर्स स्विंग देखने को मिल सकती है। साथ ही अगर गेंद मुलायम रहेगी तो गेंदबाजों के पास ज्यादा विकल्प होंगे।"
उन्होंने कहा, "इसलिए मैं तो चाहूंगा कि एक गेंद का ही इस्तेमाल किया जाए, लेकिन मैं इस बात से आश्वस्त नहीं हूं कि यह काम करेगा या नहीं।"
दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज गेंदबाज डेल स्टेन ने 2019 विश्व कप के बाद सीमित ओवरों की क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला कर लिया है, लेकिन साथ ही कहा है कि वह टेस्ट क्रिकेट खेलते रहेंगे। स्टेन के इस फैसले के बारे में पूछे जाने पर पोलॉक ने कहा कि इसकी वजह स्टेन को लगी चोटें हैं।
पोलॉक ने कहा, "उम्मीद करता हूं कि स्टेन और मजबूत से मजबूत हों। उन्हें कई सारी चोटों की समस्याएं हैं और जब आप अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर होते हैं तो चोट की संभावनाएं ज्यादा होती हैं।"
पोलॉक ने उम्मीद जताते हुए कहा, "लेकिन उनके फैसले से जो बात निकल कर सामने आती है वो यह है कि स्टेन मानिसक तौर पर इस स्थिति में हैं जहां उन्हें लगता है कि उन्हें खेल जारी रखना चाहिए। उसी तरह जिस तरह अब्राहम डिविलियर्स को मानसिक तौर पर लगा था कि उन्हें रुकना चाहिए तो वह रुक गए। उम्मीद है कि स्टेन की चोटें खत्म होंगी।"
Trending