'मैं नहीं चाहता मेरा बेटा क्रिकेटर बने', पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी जिताने वाले सरफराज अहमद का छल्का दर्द
पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज सरफराज अहमद (Sarfaraz Ahmed) नहीं चाहते कि उनका 5 साल का बेटा अब्दुल्ला (Sarfaraz Ahmed Son) क्रिकेट को करियर के विकल्प के तौर पर ना चुने।
पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज सरफराज अहमद (Sarfaraz Ahmed) नहीं चाहते कि उनका 5 साल का बेटा अब्दुल्ला क्रिकेट को करियर के विकल्प के तौर पर ना चुने। अपनी कप्तानी में पाकिस्तान को 2017 चैंपियंस ट्रॉफी जिताने वाले सरफराज ने पाकिस्तान के लिए अपना आखिरी मैच पिछले साल नवंबर में खेला था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में ही सीरीज में पूर्व कप्तान के पाकिस्तान की तीनों फॉर्मेट की टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। सरफराज ने पिथले दो साल से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है, वहीं उन्होंने आखिरी वनडे एक साल पहले खेला था
सरफराज ने कहा कि वह नहीं चाहते कि उनके बेटे को उन चीजों का सामना करना पड़े जो उन्होंने अपने करियर में व्यक्तिगत रूप से झेली हैं।
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क्रिकेट पाकिस्तान की खबर के अनुसार पाकिस्तान के एक निजी चैनल से बातचीत में सरफराज ने कहा, " अबदुल्ला के क्रिकेट खेलने का जुनून है। लेकिन मैं नहीं चाबता ही वो क्रिकेटर बने। दरअसल क्रिकेटर होने के तौर पर, मुझे काफी चीजें झेलनी पड़ी, मैं नहीं चाहता कि मेरा बेटा उन चीजों का सामना करे। यह इंसान का स्वभाव है। एक क्रिकेटर होने के नाते मैं चाहूंगा कि मेरे भाई या बेटे का सिलेक्शन तुरंत हो जाए, वरना इससे मुझे दुख पहुंचेगा।”
सरफराज ने आगे कहा, “ काफी लोगों ने मुझसे कहा है कि अब्दुल्ला में टैलेंट हैं और मुझे उसे क्रिकेट खेलने देना चाहिए। मोईन भाई (मोईन खान) ने अब्दुल्ला के हुनर की तारीफ की थी, साथ ही सानिया मिर्जा ने मुझे एक बार कहा था कि अब्दुल्ला में क्रिकेटर बनने की क्षमता है। लेकिन मैं चाहता हूं कि वो कड़ी मेहनत कर के अपना लक्ष्य हासिल करे, कोई भी उसे आसान रास्ता ना दे, सिर्फ इसलिए क्योंकि वो मेरा बेटा है”
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सरफराज ने 13 टेस्ट, 50 वनडे और 37 टी-20 इंटरनेशनल मैच में पाकिस्तान की कप्तानी की है। 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में क्वालीफाई ना करने के बाद सरफराज को कप्तानी गंवानी पड़ी थी। उनकी जगह बाबर आजम को लिमिटेड ओवर टीम और अजहर अली को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया था।