13 दिसंबर,(CRICKETNMORE)। पर्थ स्टेडियम की पिच पिछले पांच दशकों से तेज गेंदबाजों के लिए मददगार रही है और टेस्ट क्रिकेट के बल्लेबाजों की असली परीक्षा इसी स्टेडियम की पिच पर होती है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया और भारत की टेस्ट टीमें अपने तेज गेंदबाजों पर निर्भर रहते हुए दूसरे टेस्ट मैच के लिए इस स्टेडियम में उतरेंगी। पर्थ के इस नए स्टेडियम में भारतीय क्रिकेट टीम पहली बार टेस्ट मैच खेलेगी। इससे पहले मुकाबले वाका मैदान पर हुआ करते थे।
इस मैच मे भारत की कोशिश अपनी बढ़त को सीरीज में 2-0 से मजबूत करने की होगी और वहीं मेजबान टीम इसे 1-1 से बराबर करना चाहेगी। भारतीय टीम ने एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 31 रनों से हराकर जीत हासिल की और 1-0 की बढ़त बनाई है।
एडिलेड ओवल मैदान पर भारतीय टीम की जीत उसके गेंदबाजों और टीम के कप्तान विराट कोहली के योगदान के बगैर हासिल हुई थी और यह बेहद सकारात्मक तथ्य है। इस मैच में चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे ने टीम के लिए स्कोर हासिल किया था। हालांकि, चोटिल होने के कारण बाहर हुए रविचंद्रन अश्विन और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों की अनुपस्थिति टीम को थोड़े दबाव में डाल सकती है।