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INd vs AUS : मिचेल स्टार्क को अब तक चुभती है टीम इंडिया से मिली हार, पिंक बॉल टेस्ट से पहले कुछ यूं बयां किया दिल का दर्द

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच एडिलेड में 17 दिसंबर से खेला जाना है। इस सीरीज का पहला टेस्ट डे-नाईट होगा यानि पिंक बॉल से खेला जाएगा। ना सिर्फ इस मैच में बल्कि

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indian team just better than us on 2018-19 tour feels australian pacer mitchell starc
indian team just better than us on 2018-19 tour feels australian pacer mitchell starc (Google Search)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Dec 16, 2020 • 11:38 AM

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच एडिलेड में 17 दिसंबर से खेला जाना है। इस सीरीज का पहला टेस्ट डे-नाईट होगा यानि पिंक बॉल से खेला जाएगा। ना सिर्फ इस मैच में बल्कि पूरी टेस्ट सीरीज में मिचेल स्टार्क वो खिलाड़ी हैं जो ऑस्ट्रेलिया के लिए तुरूप का इक्का साबित हो सकते हैं। स्टार्क का पिंक बॉल रिकॉर्ड किसी भी टीम को डराने के लिए काफी है। ऐसे में स्टार्क भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ा खतरा बन सकते हैं। 

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
December 16, 2020 • 11:38 AM

एडिलेड टेस्ट से पहले स्टार्क ने अपने दिल का दर्द बयां करते हुए भारत के खिलाफ 2018-19 में मिली हार को याद किया है। स्टार्क ने ये भी माना कि विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंडिया ने पिछले दौरे पर कंगारू टीम के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया था।

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स्टार्क ने एक वैबसाइट से बातचीत के दौरान अपना दर्द जाहिर किया और कहा, “भारतीय टीम ने 2018-19 के पूरे दौरे के दौरान बल्ले और गेंद से हमारे मुकाबले शानदार प्रदर्शन किया। ये सच है और हम इस सच्चाई से नहीं भाग सकते। हमें खेल के तीनों भागों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा और मुझे लगता है कि इस बार हमारे पास अपनी गलितयों को सुधारने का अच्छा मौका है।”

जाहिर है कि ना सिर्फ स्टार्क बल्कि पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत से पिछले दौरे पर मिली हार का बदला लेने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देगी। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि दोनों टीमों में से पहली बाज़ी किस टीम के हाथ लगती है।

हालांकि, अगर पहले टेस्ट की बात करें तो कंगारू टीम इस समय चोटिल खिलाड़ियों की समस्याओं से जूझ रही है और अब ये समस्या इतनी जटिल हो गई है कि पहले टेस्ट में किन 11 खिलाड़ियों को मैदान पर उतारा जाए, ये फैसला लेना एक मुश्किल काम बन चुका है।

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