धर्मशाला में ही होगा भारत-पाकिसतान टी-20 वर्ल्ड कप मैच : बीसीसीआई
नई दिल्ली , 3 मार्च (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को साफ कर दिया कि 15 मार्च से भारत में शुरू हो रहे टी-20 विश्व कप के तहत भारत और पाकिस्तान की टीमों के बीच 19 मार्च
नई दिल्ली , 3 मार्च (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को साफ कर दिया कि 15 मार्च से भारत में शुरू हो रहे टी-20 विश्व कप के तहत भारत और पाकिस्तान की टीमों के बीच 19 मार्च को होने वाला बहुप्रतिक्षित मुकाबला पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत धर्मशाला में ही होगा। बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने पेप्सिको इंडिया के साथ हुए विपणन सम्बंधी एक करार की घोषण के दौरान यह बात कही।
ठाकुर ने कहा, "जहां तक बीसीसीआई की बात है तो 19 मार्च को होने वाला भारत-पाक मुकाबला धर्मशाला स्थित हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ (एचपीसीए) मैदान पर ही होगा। इस संबंध में मेरी बुधवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से विस्तार में बात हुई और वह इस मैच के रास्ते में आड़े आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए तैयार हैं। राज्य सरकार अगले एक या दो दिन में अपना पक्ष स्पष्ट करेगी।"
ठाकुर ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि बीसीसीआई देश में हो रहे आतंकवादी हमलों के कारण अब भी पाकिस्तान के साथ द्वीपक्षीय सीरीज के पक्ष में नहीं है, लेकिन 19 मार्च को होने वाला मुकाबला विश्व कप मुकाबला है और इससे देश की प्रतिष्ठिा जुड़ी हुई है।
एचपीसीए प्रमुख ठाकुर बोले, "वीरभद्र बीसीसीआई के पक्ष से सहमत दिखे और उन्होंने यह आश्वासन दिया कि वह इस मैच का विरोध कर रहे पक्षों को मनाने का प्रयास करेंगे। इन पक्षों का कहना है कि किसी भी हालत में भारत-पाकिस्तान मुकाबला नहीं होना चाहिए।"
अनुराग से जब यह पूछा गया कि अगर राज्य सरकार इस मैच के लिए सुरक्षा मुहैया कराने की स्थिति में नहीं होगी तो क्या बीसीसीआई सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती करेगा तो उन्होंने कहा, "इसकी नौबत नहीं आनी चाहिए। भारत एक सक्षम और सहिष्णु देश है। हमारे लोग हमारी वैश्विक छवि नहीं खराब होने देंगे, ऐसा मुझे पूरा विश्वास है।"
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों हिमाचल सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक पत्र लिखकर इस मैच के लिए सुरक्षा मुहैया कराने को लेकर असमर्थता जाहिर की थी। हिमाचल सरकार ने अपने पत्र में लिखा था कि भावनात्मक कारणों से वह ऐसा करने में असक्षम है क्योंकि उनके राज्य के पूर्व सैनिक इस मैच का विरोध कर रहे हैं।
गृह मंत्रालय के पास हिमाचल सरकार के पत्र की जानकारी होने के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के पुत्र और हिमाचल से भारतीय जनता पार्टी सांसद ठाकुर ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया था। ठाकुर ने कहा था कि यह देश की प्रतिष्ठा का सवाल है और ऐसे में राज्य सरकार को खेल के साथ राजनीति को नहीं जोड़ना चाहिए।
एजेंसी
Trending