राजकीय सम्मान के साथ किया गया डालमिया का अंतिम संस्कार
कोलकाता, 21 सितम्बर - | रविवार को दिवंगत हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का सोमवार को यहां के कियोरातला शवदाहगृह में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। ईडन गरडस क्रिकेट स्टेडियम में
कोलकाता, 21 सितम्बर - | रविवार को दिवंगत हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का सोमवार को यहां के कियोरातला शवदाहगृह में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। ईडन गरडस क्रिकेट स्टेडियम में डालमिया को 21 बंदूकों की सलामी भी दी गई।
सीने में दर्द की शिकायत के बाद गुरुवार को बी. एम. बिड़ला अस्पताल में भर्ती किए गए डालमिया का रविवार की शाम अत्यधिक आतंरिक रक्तस्राव के कारण निधन हो गया।
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता के मेयर शोभन चटर्जी और नगर विकास मंत्री फिरहाद हाकिम के साथ डालमिया के अंतिम संस्कार के समय उपस्थित रहीं।
बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के संयुक्त सचिव सौरभ गांगुली और सुबीर गांगुली सहित तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष मंत्री भी डालमिया के अंतिम संस्कार में उपस्थित थे।
बांग्ला फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री रितुपर्ण सेनगुप्ता भी डालमिया को अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंचीं।
डालमिया के बेटे अभिषेक ने अपनी पत्नी के साथ अंतिम संस्कार की रस्में निभाईं। डालमिया की बेटी वैशाली सहित परिवार के अन्य सदस्य भी अंतिम संस्कार के दौरान उपस्थित थे।
सोमवार को ही इससे पहले बीसीसीआई के कई दिग्गज आधिकारियों, खिलाड़ियों और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के चेयरमैन एन. श्रीनिवासन और आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार, डालमिया को अंतिम श्रद्धांजलि देने सीएबी कार्यालय पहुंचे, जहां डालमिया का पार्थिव शरीर रखा गया था।
डालमिया को कभी बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हटाने वाले और उनके चिर प्रतिद्वंद्वी रहे पवार और श्रीनिवासन ने डालमिया की उनकी खेल प्रशासक के रूप में योग्यता के लिए प्रशंसा की।
उनके अलावा भारतीय क्रिकेट टीम के टीम निदेशक रवि शास्त्री, बोर्ड सचिव अनुराग ठाकुर, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रत्नाकर शेट्टी और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के चेयरमैन राजीव शुक्ला सोमवार को डालमिया को श्रद्धांजली देने पहुंचे।
श्रीनिवासन ने कहा, "वह एक शानदार खेल प्रशासक थे और उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत कुछ किया। वह एक महान व्यक्ति थे।"
डालमिया के साथ पिछले कई वर्षो से खटास भरा रिश्ता रखने वाले पवार ने कहा, "डालमिया के निधन से रिक्त हुए स्थान की भरपाई मुश्किल है।"
अनुराग ने कहा, "वह सच्चे अर्थो में खेल प्रशासक थे, ऊर्जावान व्यक्तित्व वाले और भारत तथा विदेशों में सभी के चहेते थे। वह दूरद्रष्टा नेतृत्वकर्ता और महान खेल प्रशासक थे। उन्हें क्रिकेट में आमूलचूल सुधार लाने वाले व्यक्ति के रूप में पूरी दुनिया में याद किया जाएगा।"
शुक्ला ने कहा, "डालमिया के निधन से रिक्त हुई जगह की भरपाई नहीं की जा सकती।"
अग्रणी मीडिया उद्यमी सुभाष चंद्रा ने क्रिकेट को लोकप्रियता दिलाने के लिए डालमिया की प्रशंसा की।
चंद्रा ने कहा, "डालमिया की अनुपस्थिति क्रिकेट जगत को खलेगी। उन्होंने न सिर्फ भारतीय क्रिकेट को वित्तीय रूप से संपन्न किया, बल्कि विश्व क्रिकेट को भी लाभ पहुंचाया। उन्होंने आईसीसी को करोड़ों-अरबों का बोर्ड बनाया।"
रत्नाकर शेट्टी ने कहा, "यह विश्व क्रिकेट की क्षति है। उन्होंने न सिर्फ बीसीसीआई की मदद की बल्कि आईसीसी को वित्तीय रूप से मजबूती प्रदान की।"
रत्नाकर ने 2001 में दक्षिण अफ्रीका में सचिन तेंदुलकर और माइक डेनिस के बीच हुए विवाद के प्रकरण को याद करते हुए कहा कि डालमिया ऐसा कहने वाले अकेले व्यक्ति थे कि हम बिना मैच रेफरी के खेलेंगे और क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ भी। उल्लेखनीय है कि उस समय सचिन पर गेंद के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा था।
(आईएएनएस)