Advertisement
Advertisement
Advertisement

1983 वर्ल्ड कप: कपिल देव की वो कैच,जिसने टीम इंडिया को बनाया वर्ल्ड चैंपियन

नई दिल्ली, 25 जून| तीसरे वर्ल्ड कप में भारत को कोई जीत का दावेदार मान नहीं रहा था, लेकिन कपिल की कप्तानी वाली टीम ने इतिहास रचते हुए दो बार की वर्ल्ड चैंपियन वेस्टइंडीज को मात दे पहली बार वर्ल्ड

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma June 25, 2020 • 15:33 PM
Kapil Dev
Kapil Dev (Twitter)
Advertisement

नई दिल्ली, 25 जून| तीसरे वर्ल्ड कप में भारत को कोई जीत का दावेदार मान नहीं रहा था, लेकिन कपिल की कप्तानी वाली टीम ने इतिहास रचते हुए दो बार की वर्ल्ड चैंपियन वेस्टइंडीज को मात दे पहली बार वर्ल्ड कप अपने नाम किया। यह जीत इस तरह थी कि खिलाड़ी खुद विश्वास नहीं कर पा रहे थे।

1983 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे कीर्ति आजाद ने आईएएनएस से कहा, "मैं उस समय को कैसे बताऊं। आप उस भावना को कैसे बयान कर सकते हो कि आप वर्ल्ड चैंपियन बन गए हो, वो भी लॉडर्स पर हजारों दर्शकों के सामने। हम ड्रैसिंग रूम से दर्शकों की तरफ सिर्फ हाथ हिला रहे थे।"

Trending


उन्होंने कहा, "मैं सिर्फ अपने सीट पर बैठा था और अपने आप को नौंच रहा था कि कहीं मैं सपना तो नहीं देख रहा या यह हकीकत है। इसके बाद मैंने जश्न में हिस्सा लिया और वहां से देखा।"

आजाद के मुताबिक, ट्रॉफी उठाना भारतीय क्रिकेट में बदलाव का पल साबित हुआ।

उन्होंने कहा, "जो भी इंसान किसी भी मैदान पर जाता है तो वह अच्छा करना चाहता है और नाम कमाना चाहता है। वह हमारे करियर का बड़ा पल था। मुझे लगता है कि मैं उस उत्साह को और गर्व को अंतिम सांस तक साथ रखूंगा।"

उन्होंने कहा, "यह ऐसा लगता है कि कल की ही तो बात है। इसने भारत को दुनिया के नक्शे पर ला दिया था और भारत सुपरपावर बन गया। यह कई युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित हुआ।"

फाइनल मैच को लेकर आजाद ने कहा, "विंडीज टीम अजेय थी। उसने पहले के दो वर्ल्ड कप जीते थे। कई क्रिकेटरों ने मान लिया था कि विंडीज टीम सर्वश्रेष्ठ है।"

उन्होंने कहा, "एक चीज जो कपिल ने की थी.. उन्होंने कहा था कि चलो अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलते हैं। जीत या हार के बारे में नहीं सोचते हैं। अगर हम अच्छा खेले तो लोगों का पैसा वसूल हो जाएगा।"

आजाद ने साथ ही याद किया कि 183 रनों का छोटा स्कोर बनाने के बाद ड्रेसिंग रूम में लोगों का मूड़ कैसा था।

उन्होंने कहा, "हम सभी जानते थे कि विंडीज की टीम को देखते हुए वो स्कोर काफी नहीं है। कपिल ने कहा कि चलो लड़ते हैं। यह लड़ने लायक टोटल है। हमने रन बनाए हैं और उन्हें बनाने हैं। इसलिए लड़ते हैं।"

उन्होंने कहा, "इस तरह यह हुआ। और इसके बाद कपिल द्वारा पकड़ा गया विवियन रिचडर्स का कैच, उसने मैच को बदल दिया था। वहां से विकेट गिरते रहे और हम बल्लेबाजों पर दबाव बनाते रहे। हमें पता था कि अगर हम विंडीज के बल्लेबाजों पर दबाव बनाएंगे तो वह दब जाएंगे।"
 


Cricket Scorecard

Advertisement
Advertisement