IPL 2021: 'प्रधानमंत्री के हाथ खून से रंगे हैं', अपने खिलाड़ियों के प्रति असंवेदनशील होने पर माइकल स्लेटर का निशाना बने ऑस्ट्रेलियाई पीएम
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर और अब कमेंटेटर माइकल स्लेटर ने भारत में फंसे आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के प्रति असंवेदनशील होने को लेकर एक बार फिर से अपने ही प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि...
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर और अब कमेंटेटर माइकल स्लेटर ने भारत में फंसे आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के प्रति असंवेदनशील होने को लेकर एक बार फिर से अपने ही प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन पर जमकर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि भारत में हालात कितने खराब हो चुके हैं, यह देखने के लिए पीएम को अपने प्राइवेट जेट से यहां आकर सड़कों पर पड़े शवों को देखना चाहिए। आईपीएल के 14 वें सीजन में कमेंट्री करने वाले स्लेटर, भारत में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच मालदीव भाग गए हैं। पूर्व सलामी बल्लेबाज मालदीव जाने से एक सप्ताह पहले ही स्लेटर घर जाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन अब उन्हें आस्ट्रेलिया जाने के लिए इंतजार करना होगा।
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स्लेटर ने टिवटर पर लिखा, " यह गजब है कि प्रधानमंत्री ने मानवीय त्रासदी के मसले को नजदर अंदाज कर दिया। भारत में रहने वाले ऑस्ट्रेलियाई लोगों का डर असल है। कैसा रहेगा जब आप अपने प्राइवेट जेट लाएं और देखें कि सड़कों पर शव पड़े हुए हैं।"
स्लेटर इससे पहले भी ऑस्ट्रेलियाई पीएम मॉरिसन पर निशाना साध चुके हैं। उन्होंने अपने खिलाड़ियों के लिए स्वदेश वापसी का व्यवस्था नहीं करने पर मॉरिसन की कड़ी आलोचना करते हुए कहा था कि उनके पीएम का हाथ खून से रंगे हुए हैं।
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भारत में फंसे लगभग 9,000 ऑस्ट्रेलियाई लोगों के स्वदेश लौटने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें आईपीएल में खेल रहे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और सहायक स्टाफ और कमेंटेटर स्लेटर भी थे।
स्लेटर ने टवीट करते हुए कहा था, "अगर हमारी सरकार ऑस्ट्रेलियाई लोगों की सुरक्षा की चिंता करती, तो वे हमें घर लौटने की अनुमति देती। यह एक अपमान है! प्रधानमंत्री के हाथ खून से रंगे हैं। आप हमारे साथ ऐसा व्यवहार कैसे कर सकते हैं। आपके क्वारंटाइन सिस्टम को क्या हुआ। मुझे आइपीएल में काम करने के लिए सरकार की अनुमति मिली थी, लेकिन मुझे अब सरकारी उपेक्षा झेलनी पड़ रही है।"
उन्होंने कोविड महामारी होने के बावजूद आईपीएल के लिए भारत जाने के लिए सवाल करने वालों को भी आड़े हाथों लिया था।