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'इंडिया के खिलाफ मैच था और मुझे बोला गया कि ये मेरा पहला और आखिरी मैच है'

पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर सईद अजमल आजकल कई सारे इंटरव्यू दे रहे हैं। इस दौरान उन्होंने अपने डेब्यू मैच को लेकर भी खुलासा किया है।

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Cricket Image for 'इंडिया के खिलाफ मैच था और मुझे बोला गया कि ये मेरा पहला और आखिरी मैच है' (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Dec 16, 2022 • 11:17 AM

पाकिस्तान को बेशक तेज़ गेंदबाज़ों की धरती माना जाता है लेकिन इस धरती पर हमें कई शानदार स्पिनर्स भी देखने को मिले और उन्हीं में से एक स्पिनर थे सईद अजमल। अजमल ने पाकिस्तान के लिए 2008 से लेकर 2015 तक अहम भूमिका निभाई। अजमल ने अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू 21 साल की उम्र में किया और करियर की समाप्ति तक 35 टेस्ट, 113 वनडे और 64 टी-20 मैचों में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
December 16, 2022 • 11:17 AM

हालांकि, अजमल ने अब एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया है कि जब उन्होंने 2008 में भारत के खिलाफ डेब्यू किया था तो उन्हें बताया गया था कि ये उनका "पहला और आखिरी" मैच होगा। इस पूर्व पाकिस्तानी स्पिनर ने जुलाई 2008 में एशिया कप में भारत के खिलाफ पदार्पण किया था और यूसुफ पठान का विकेट लेकर उस वनडे मैच में 10 ओवरों में 47 रन देकर 1 विकेट चटकाया था।

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अजमल ने अल्ट्रा एज पॉडकास्ट पर अपनी कहानी सुनाते हुए कहा, “जब मैं आया, तो पहला मैच इंडिया के खिलाफ मिला। डेब्यू से पहले मेरे को कहा गया कि ये मेरा पहला और आखिरी मैच है। कहा गया कि सईद अजमल परफॉर्म करता है तो खेलेगा, नहीं करता तो नहीं खेलेगा और मैच इंडिया से था, सारी दुनिया देखती है वो मैच। जब मैं अंदर गया, मुझे क्रैम्प पड़ गए पहले ही 10 ओवर में। मिस्बाह कप्तान था उस समय और उसने बोला तुझे पावरप्ले में ओवर करना है। मैंने मिस्बाह को कहा कि मुझे क्रैम्प पड़ गए हैं, मुझे जल्दी ओवर दे दे ताकि मैं ओवर करके बाहर चला जाऊं। मिस्बाह बोला, 'ये क्या कह रहे हो? मुझे तुमको आखिरी ओवर देने हैं'।"

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आगे बोलते हुए अजमल ने बताया, "मुझे और क्रैम्प पड़ गए थे। पहले 5 ओवर किए, अच्छी बॉलिंग की। मैंने कोई दूसरा नहीं डाला, मुझे बस रन रोकने थे। उसके बाद मैं पट्टी बांध के आया, 3-4 ओवर किए, फिर क्रैम्प पड़ गए। फैंस ने दबाव डाला, मीडिया ने दबाव डाला, मैंने सब कुछ बर्दाश्त किया और आखिरी ओवर डाला। मैंने जो बॉलिंग की मज़ा आया।"

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