लाहौर एकदिवसीय : पाकिस्तान ने बनाए रिकॉर्ड 375 रन
पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की अपनी धरती पर वापसी का रिकॉर्ड के साथ स्वागत
लाहौर, 26 मई (CRICKETNMORE)| पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की अपनी धरती पर वापसी का रिकॉर्ड के साथ स्वागत करते हुए मंगलवार को गद्दाफी स्टेडियम में जिम्बाब्वे के खिलाफ जारी तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के पहले मैच में रिकॉर्ड 375 रनों का स्कोर खड़ा किया है। घरेलू मैदान पर पाकिस्तान का यह सर्वोच्च स्कोर है। अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय में में पाकिस्तान का सर्वोच्च स्कोर 385 रन है, जो उसने 21 जून, 2010 को दांबूला में बांग्लादेश के खिलाफ बनाए थे।
पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए शुरुआत तो धीमी की, लेकिन मोहम्मद हफीज (86) और कप्तान अजहर अली (79) ने जमने के बाद तेज हाथ दिखाते हुए पहले विकेट के लिए 170 रनों की साझेदारी कर डाली।
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दोनों सलामी बल्लेबाज हालांकि शतक पूरा नहीं कर सके और बड़ी साझेदारी निभाने के बाद प्रॉस्पर उत्सेया की लगातार दो गेंदों पर जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गए।
26वें ओवर की आखिरी गेंद पर उत्सेया ने हफीज की गिल्लियां बिखेर दीं। इस बीच हफीज ने 83 गेंदों का सामना कर आठ चौके और तीन छक्के लगाए। उत्सेया ने अपने अगले ही ओवर की पहली ही गेंद पर अजहर को तिनाशे पन्यंगारा के हाथों कैच करा दिया।
अजहर ने 76 गेंदों में नौ चौके और दो छक्के लगाए।
आक्रामक अंदाज में खेल रहे दोनों बल्लेबाजों को पवेलियन भेजने के बावजूद जिम्बाब्वे की मुसीबत कम नहीं हुई। लंबे समय बाद टीम में वापसी करने वाले शोएब मलिक (112) ने हरीश सोहैल (नाबाद 89) के साथ तीसरे विकेट के लिए 201 रनों की आतिशी साझेदारी कर टीम को रिकॉर्ड टोटल तक पहुंचा दिया।
टीम में वापसी करने के बाद मलिक ने 2009 के बाद पहला शतक लगाया और मैच की आखिरी गेंद पर हैमिल्टन मसाकाद्जा के हाथों लपके गए। पन्यंगारा ने उनका विकेट लिया।
इस बीच मलिक ने 76 गेंदों में करियर का सबसे तेज शतक लगाया। मलिक ने 76 गेंदों में 12 चौके और दो छक्के लगाए।
दूसरे छोर से सोहैल ने भी तूफानी पारी खेली और 66 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के लगाकर अंत तक नाबाद रहे।
ऎजेंसी