AUS vs IND: पहले टेस्ट से रविंद्र जडेजा होंगे बाहर, ये 38 साल का खिलाड़ी होगा एकमात्र स्पिनर
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में होने वाले पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम सिर्फ एक स्पिनर के साथ मैदान पर उतरने वाली है। ऐसे में रविंद्र जडेजा पहले टेस्ट से बाहर हो सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच पर्थ में शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच में कुछ ही घंटे बचे हैं। इस सीरीज के पहले टेस्ट मैच से पहले भारतीय खेमे से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। पहले टेस्ट मैच से रविंद्र जडेजा बाहर रह सकते हैं और एकमात्र स्पिनर की भूमिका के लिए अश्विन रविचंद्रन को चुना जाना तय नजर आ रहा है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अश्विन को चुनने का कारण ये है कि ऑस्ट्रेलिया अपनी लाइन-अप में कम से कम तीन बाएं हाथ के बल्लेबाजों को चुन सकता है और अश्विन का बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ रिकॉर्ड कितना शानदार रहा है ये बात किसी से छिपी नहीं है, इसी कारण अश्विन भारतीय टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद बने हुए हैं।
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पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम की पिच पर ग्रीन होने की उम्मीद है और इसमें कोई शक नहीं है कि तेज गेंदबाजों को ही अधिकांश काम करना होगा। भारतीय टीम तीन तेज गेंदबाजों, नीतीश कुमार रेड्डी के रूप में एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर और अश्विन के रूप में एक स्पिनर के संयोजन पर विचार कर रही है। ऑस्ट्रेलिया की मुख्य बल्लेबाजी इकाई में उस्मान ख्वाजा, ट्रैविस हेड और एलेक्स कैरी हैं और अश्विन इन तीनों को परेशान कर सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने पिछली बार स्टीव स्मिथ को भी परेशान किया था।
Three Pacers + R Ashwin as lone spin bowling option + Nitish Reddy likely to be India's bowling attack!#AUSvIND pic.twitter.com/lFYto2d6QZ
— CRICKETNMORE (@cricketnmore) November 20, 2024
भारतीय टीम 22 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया में शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए तीन स्पिनरों के साथ यात्रा कर रही है। अश्विन के अलावा बाएं हाथ के ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा और ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर भी यात्रा दल में शामिल हैं। अगर अश्विन के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने अपने शानदार करियर में ऑस्ट्रेलिया में केवल 10 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 42.15 की औसत से 39 विकेट लिए हैं।
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भारतीय टीम के लिए अपने दो बेहतरीन स्पिनरों अश्विन-जडेजा को विदेशी दौरों पर खिलाना एक बड़ी चुनौती रही है। अश्विन को अक्सर बाहर बैठना पड़ा है और जडेजा को मुख्य रूप से उनकी बेहतर बल्लेबाजी के कारण चुना गया है। लेकिन हेड कोच गौतम गंभीर के नेतृत्व में नया टीम प्रबंधन मैच-अप में विश्वास करता हुआ नजर आ रहा है।