5 होनहार क्रिकेटर जिनका कम उम्र में खत्म हो गया इंटरनेशनल करियर, लिस्ट में 2 भारतीय खिलाड़ी
5 ऐसे क्रिकेटर्स जो काफी होनहार थे लेकिन उनका इंटरनेशनल करियर लंबा ना चल सका। इस लिस्ट में 2 भारतीय खिलाड़ियों का नाम भी शामिल है जिन्हें कम उम्र में संन्यास लेना पड़ा था।
क्रिकेट जगत में कुछ ऐसे खिलाड़ी रहे जिनमें कूट-कूट का प्रतिभा भरी थी लेकिन बावजूद इसके उनका इंटरनेशनल करियर लंबा ना चल सका। इस आर्टिकल में शामिल है उन 5 होनहार क्रिकेटर्स का नाम जिनका इंटरनेशनल करियर किसी ना किसी कारणवश कम समय में ही खत्म हो गया।
फिलिप ह्यूज: ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज फिलिप ह्यूज का 25 साल की उम्र में बाउंसर गेंद लगने से निधन हो गया था। क्रिकेट मैच खेलते हुए उनका निधन होना क्रिकेट इतिहास की सबसे दुखद घटनाओं में से एक है। फिलिप ह्यूज ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 26 टेस्ट मैचों में 32.66 की औसत के साथ 1535 रन बनाए।
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रवि शास्त्री: टीम इंडिया के हरफनमौला खिलाड़ी रवि शास्त्री ने चोटों से परेशान होने के चलते 31 साल की उम्र में संन्यास ले लिया था। रवि शास्त्री ने टीम इंडिया के लिए 80 टेस्ट मैच और 150 वनडे मुकाबले खेले वहीं 2017 से 2021 तक वो टीम इंडिया के हेड कोच रहे।
क्रेग कीस्वेटर: इंग्लैंड के लिए 2010 के टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच रहे क्रेग कीस्वेटर का करियर महज 27 साल की उम्र में खत्म हो गया। कीस्वेटर 2015 में आखिरी बार इंग्लैंड के लिए खेलते हुए दिखाई आए थे।
मोहम्मद आसिफ: पाकिस्तान का वो गेंदबाज जिसकी तारीफ करने में दिग्गज भी नहीं थकते थे उसके करियर का अंत बेहद कम समय में हो गया। 2010 में स्पॉट फिक्सिंग कांड में पकड़े जाने के बाद उनपर 7 साल का बैन लगा और उसके बाद वो कभी भी क्रिकेट के मैदान पर वापसी ना कर सके।
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प्रवीण कुमार: स्विंग किंग के नाम से मशहूर भारत के गेंदबाज प्रवीण कुमार ने महज 32 साल की उम्र में ही संन्यास ले लिया था। प्रवीण कुमार अपने पूरे करियर के दौरान चोटों से जूझते रहे आलम ये रहा कि 2011 विश्वकप में भी चुने जाने के बाद चोट की वजह से ही वो इस टूर्नामेंट को नहीं खेल पाए थे। प्रवीण कुमार ने भारत के लिए 6 टेस्ट, 68 वनडे और 6 टी 20मैच खेले।