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अपने डेब्यू टेस्ट मैच को याद कर टीम इंडिया के कोच शास्त्री हुए इमोशनल, कही ऐसी बातें !

20 फरवरी। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री 39 साल पहले न्यूजीलैंड में किए गए अपने पदार्पण क्रिकेट के दिनों को याद करके भावुक हो गए। शास्त्री ने कहा कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह

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अपने डेब्यू टेस्ट मैच को याद कर टीम इंडिया के कोच शास्त्री हुए इमोशनल, कही ऐसी बातें ! Images
अपने डेब्यू टेस्ट मैच को याद कर टीम इंडिया के कोच शास्त्री हुए इमोशनल, कही ऐसी बातें ! Images (twitter)
Vishal Bhagat
By Vishal Bhagat
Feb 20, 2020 • 06:16 PM

20 फरवरी। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री 39 साल पहले न्यूजीलैंड में किए गए अपने पदार्पण क्रिकेट के दिनों को याद करके भावुक हो गए। शास्त्री ने कहा कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह भारतीय टीम के साथ दोबारा उसी जगह पर जाएंगे, जहां से उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था।

Vishal Bhagat
By Vishal Bhagat
February 20, 2020 • 06:16 PM

शास्त्री ने न्यूजीलैंड के साथ होन वाले पहले टेस्ट मैच की पूर्वसंध्या पर कहा, "मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैं उसी मैदान पर फिर से आऊंगा और विपक्षी टीम के साथ खेलूंगा। मैं ड्रेसिंग रू में गया, कुछ भी नहीं बदला है। मैंने 39 साल पहले यहां पदार्पण किया था। मुझे विश्वास नहीं हुआ कि यह दिन 21 फरवरी का है और मैं 39 साल बाद यहां वापस आऊंगा।"

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उन्होंने कहा, "यह शानदार सफर रहा है। 39 साल बाद यहां आना, मैंने कभी इसके बारे में सोचा भी नहीं था। वही भारतीय टीम और वही ड्रेसिंग रूम। लेकिन मैं इसे कभी नहीं भुलूंगा क्योंकि मैं रात के नौ बजकर 30 मिनट पर न्यूजीलैंड पहुंचा था।"

शास्त्री ने कहा, "स्वर्गीय बापू नाडकर्णी मुझे लेने के लिए हवाई अड्डे पर आए थे। भारतीय टीम अपने उच्चायोग में थी। मैं सीधे होटल के कमरे में गया। वहां कोई नहीं था, इसलिए मैं बाहर आ गया। अगली सुबह सनी (सुनील गावस्कर) टॉस हार गए थे और हमें सीधे मैदान पर उतरना पड़ा था।"

कोच ने कहा, "मुझे लगता है कि मैं थोड़ा नर्वस था। मानो जैसे कोई भी अपना पहला मैच खेल रहा था। लेकिन मैंने खुशी से गेंदबाजी की और मुझे जेरेमी कोनी का विकेट मिला और इससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला। जहां भी मैंने खेला है उसकी तुलना में परिस्थितियाँ बिलकुल अलग थीं क्योंकि वहां पर सर्द हवाएं थीं। बहुत ठंडा दिन था।"

उन्होंने कहा, " मेरे पास स्वेटर भी नहीं था। मैंने पॉली उमरीगर का स्वेटर पहना था। मैदान पर उतरने से पहले ही पॉली ने मुझे एक स्वेटर दिया, जो बहुत काम आया था।"

शास्त्री ने कहा, "आप लोगों का धन्यवाद, मैं एक महान टीम के साथ हूं। मैं इसे एक महान टीम कहता हूं। मैंने उन 39 वर्षों में क्रिकेट देखा है।"

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