वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए पहले टेस्ट में शनिवार पांचवां दिन था। टेस्ट बचाने के लिए संघर्ष कर रही वेस्टइंडीज को शाई होप और विकेटकीपर टेविन इमलेच के रूप में पहले सेशन में ही दो झटके लगे। इन दो विकेटों के बाद वेस्टइंडीज की हार तय लग रही थी, लेकिन आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे केमार रोच के इरादे बिल्कुल अलग थे। गेंदबाजी के लिए मशहूर रोच ने अपनी यादगार बल्लेबाजी से वेस्टइंडीज के लिए मैच ड्रा कराने में बड़ी भूमिका निभाई।
केमार रोच जब बल्लेबाजी के लिए उतरे, उस समय वेस्टइंडीज 277 रन पर 6 विकेट गंवा चुका था। पूरे दिन का खेल बचा हुआ था। वेस्टइंडीज के लिए हार से बचना मुश्किल था, लेकिन केमार रोच ने जस्टिन ग्रिव्स के साथ मिलकर असंभव को संभव बनाया। दोनों ने दिन के बाकी बचे ओवरों में एक भी विकेट नहीं गिरने दिया और मैच ड्रॉ करा दिया। रोच और ग्रिव्स ने 67.5 ओवर तक बल्लेबाजी की और 180 रन जोड़े।
पिछले 85 टेस्ट में 1 भी अर्धशतक लगाने में असफल रहे रोच ने अपने 86वें टेस्ट की दूसरी पारी में अपने करियर का पहला अर्धशतक लगाया। ये अर्धशतक वेस्टइंडीज टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक लगाए गए सबसे मूल्यवान अर्धशतकों में से एक है। रोच के इस अर्धशतक ने मैच बचाया। रोच ने अपनी पारी में 233 गेंदों का सामना किया और 8 चौके लगाते हुए नाबाद 58 रन बनाए। 37 साल के रोच के लिए यह अर्धशतक उनके करियर के सबसे यादगार लम्हों में से एक है। रोच 86 टेस्ट में 291 विकेट ले चुके हैं।