अंशुमान गायकवाड़ : विरासत में सीखे बल्लेबाजी के गुर, इंडिया के बने 'द ग्रेट वॉल' (Image Source: IANS)
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अंशुमान गायकवाड़ को उनके साहसी खेल के लिए जाना जाता है। 'क्रिकेट' अंशुमान के खून में था। उनके पिता दत्ताजीराव कृष्णराव गायकवाड़ भारतीय टीम के कप्तान रह चुके थे। पिता के ही नक्शेकदम पर चलते हुए अंशुमान गायकवाड़ ने इस खेल को चुना।
दत्ताजीराव कृष्णराव गायकवाड़ ने साल 1952 से 1961 के बीच भारत की ओर से 11 टेस्ट खेले, जिसमें उन्होंने 18.42 की औसत के साथ 350 रन बनाए। इसके अलावा, 110 फर्स्ट क्लास मुकाबलों में उनके बल्ले से 36.40 की औसत के साथ 5,788 रन निकले।
23 सितंबर 1952 को बॉम्बे में जन्मे अंशुमान गायकवाड़ ने 1969/70 में फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत की, जहां शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें दिसंबर 1974 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू का मौका मिला।