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'विराट कोहली मेरी कप्तानी में खेल चुके हैं', तेजस्वी यादव के बयान से फैंस के उड़े होश

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के लीडर और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने विराट कोहली को लेकर एक ऐसा बयान दिया है जिसे सुनकर सोशल मीडिया पर फैंस उन्हें काफी ट्रोल कर रहे हैं।

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'विराट कोहली मेरी कप्तानी में खेल चुके हैं', तेजस्वी यादव के बयान से फैंस के उड़े होश
'विराट कोहली मेरी कप्तानी में खेल चुके हैं', तेजस्वी यादव के बयान से फैंस के उड़े होश (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Sep 15, 2024 • 02:12 PM

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एक बार फिर से अपने बयान की वजह से सुर्खियों में आ गए हैं। तेजस्वी को अक्सर अपनी शैक्षणिक योग्यता को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। प्रशांत किशोर तो तेजस्वी यादव की योग्यता पर सवाल उठाने का कोई मौका नहीं छोड़ते। प्रशांत किशोर पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के बेटे की कड़ी आलोचना करते रहे हैं लेकिन अब तेजस्वी ने प्रशांत किशोर को एक ऐसा जवाब दिया है जिसे जानने के बाद सोशल मीडिया पर तेजस्वी ही ट्रोल हो रहे हैं।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
September 15, 2024 • 02:12 PM

ज़ी मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जब वो क्रिकेट खेलते थे, तो विराट कोहली जैसे शीर्ष खिलाड़ी उनकी कप्तानी में खेलते थे। तेजस्वी ने कहा, "मैं एक क्रिकेटर था और कोई भी इसके बारे में बात नहीं करता। विराट कोहली मेरी कप्तानी में खेले। क्या किसी ने कभी इस बारे में बात की? वो ऐसा क्यों नहीं करते? एक पेशेवर के रूप में, मैंने अच्छा क्रिकेट खेला। टीम इंडिया के कई खिलाड़ी मेरे बैचमेट हैं। मुझे छोड़ना पड़ा क्योंकि मेरे दोनों लिगामेंट फ्रैक्चर हो गए थे। रहने दो। भाजपा के कई दलाल हैं जिनमें राजनीतिक दल और नेता शामिल हैं जिन्हें पार्टी चुनावी मौसम में मेरे खिलाफ खड़ा करती है।" 

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तेजस्वी यादव ने पहले कहा था कि जब वो दिल्ली की अंडर-15 और अंडर-17 टीम का नेतृत्व कर रहे थे, तो कोहली टीम का हिस्सा थे। प्रशांत किशोर के आरोपों को दरकिनार करते हुए, तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में इस तरह के दिखावे काम नहीं करेंगे क्योंकि राज्य के लोग 'उड़ती चिड़िया पर हल्दी लगाने' में काफी चतुर हैं।

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वहीं, अगर बिहार की राजनीति की बात करें तो फिलहाल राज्य में काफी अस्थिर राजनीतिक स्थिति देखी जा रही है, जिसमें सीएम नीतीश कुमार अक्सर भाजपा और राजद के बीच पक्ष बदलते रहते हैं। इसने बिहार के विकास और विकास कार्यों को काफी प्रभावित किया है। राज्य में अब इस साल अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने हैं, जहां आरजेडी-कांग्रेस अपने दम पर बहुमत हासिल करने की कोशिश करेंगे, ताकि नीतीश कुमार पर निर्भरता से बचा जा सके। दूसरी ओर, भाजपा राज्य में बढ़त हासिल करने के लिए अपनी सीटों को अधिकतम करने की कोशिश करेगी।

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