भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने 12 मई, 2025 के दिन दुनियाभर के क्रिकेट फैंस को एक बड़ा झटका देते हुए टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। ये घोषणा 20 जून से इंग्लैंड में भारत की पांच मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू होने से कुछ दिन पहले की गई है। भारत के सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाजों में से एक कोहली पिछले कुछ वर्षों से इस प्रारूप में खराब फॉर्म से जूझ रहे थे और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पहले उनकी रिटायरमेंट की खबरें सोशल मीडिया पर छाई हुई थीं।
विराट ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में 123 मैचों में 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए। कोहली ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और तीन साल बाद टीम के कप्तान बन गए। उन्होंने 68 टेस्ट मैचों में देश का नेतृत्व किया, जो किसी भारतीय द्वारा सबसे अधिक है, जिसमें से केवल 17 (25 प्रतिशत) में हार मिली। 58.82 प्रतिशत (40 जीत, 11 ड्रॉ) के जीत प्रतिशत के साथ, वो भारत के सबसे सफल रेड-बॉल कप्तान बने हुए हैं। कोहली की कप्तानी में, भारत ने 2019 में पहली बार ऑस्ट्रेलिया में कोई सीरीज़ जीती थी।
उनका आखिरी टेस्ट भी ऑस्ट्रेलिया (सिडनी) में, इस साल की शुरुआत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में था। विराट ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट से पोस्ट करके अपनी रिटायरमेंट का ऐलान किया। उन्होंने इस पोस्ट में लिखा, "टेस्ट क्रिकेट में पहली बार बैगी ब्लू जर्सी पहने हुए 14 साल हो चुके हैं। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यੇ फॉर्मेट मुझे किस सफर पर ले जाएगा। इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया और मुझे ऐसे सबक सिखाए जिन्हें मैं जीवन भर साथ रखूंगा। सफ़ेद कपड़ों में खेलना एक बहुत ही निजी अनुभव है। शांत परिश्रम, लंबे दिन, छोटे-छोटे पल जिन्हें कोई नहीं देखता लेकिन जो हमेशा आपके साथ रहते हैं।"