महिला दिवस स्पेशल: लाजवाब! क्रिकेट के मैदान से बाहर नारी शक्ति को सलाम
साल 2018 में आईपीएल से मिलते-जुलते ही एक टूर्नामेंट का आयोजन हुआ जहां तीन टीमों की विमेंस टी-20 चैलेंज का पहला संस्करण खेला गया। यह एक ढ़ांचा था की आईपीएल जैसे बड़े पैमाने के टी-20 लीग में अब महिलाओं के
वैसे तो कोलकाता नाइट राइडर्स को देश-विदेश के सभी क्रिकेट फैंस सुपरस्टार शाहरुख खान की वजह से जानते हैं लेकिन इस बात में भी बड़ी सच्चाई है कि बॉलीवुड अभिनेत्री जूही चावला भी केकेआर की सह-मालकिन है। ऐसे कई मौके आए है जब जूही को शाहरुख की उपस्थिति या अनुपस्थिति में स्टेडियम में मैच देखते हुए पाया गया और वो इस दौरान खिलाड़ियों की हर सुविधा से लेकर की टीम प्रबंधन का ध्यान रखती है। केकेआर ने जब से आईपीएल में मौजूदगी दर्ज कराई है तब से उन्होंने अपनी पूरी कोशिश की है वो अपने ब्रांड को देश से बाहर भी लेकर जाए। इसी क्रम में उन्होंने साल 2015 में कैरेबियन प्रीमियर लीग में एक टीम त्रिनबागो नाइट राइडर्स का गठन किया और उसके बाद उन्होंने साउथ अफ्रीका ग्लोबल टी20 लीग में केपटाउन नाइट राइडर्स की टीम को उतारा। जूही चावला की केकेआर में चार चांद तब लगे जब 2021 की शुरूआत में अमेरिका में होने वाले मेजर क्रिकेट लीग में भी उन्होंने अपनी पूंजी लगाई जहां वो अमेरिका में क्रिकेट को बढ़ावा और साथ ही वहां के उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए एकेडमी व खेल से जुड़े सारे साधन मुहैया कराने की जिम्मेदारी उठाई है।
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थोड़ा आगे बढ़े तो किंग्स इलेवन पंजाब(अब पंजाब किंग्स) की मालकिन प्रीति जिंटा भी आईपीएल के इतिहास में शामिल होने वाली हस्तियों में एक बड़ा नाम है। प्रीति इस टीम में शामिल अन्य मालिकों की तरह ही ज्यादा प्रभावी है और वो अपनी टीम में करीब 23 फीसदी शेयर की हकदार है। एक बेहतरीन बॉलीवुड अदाकारा होने के कारण वो अपनी टीम के प्रचार और प्रसिद्धी बढ़ाने में बड़ा योगदान देती है। वो ना सिर्फ पंजाब को बेहतर तरीके से संचालित करने का काम करती है बल्कि मैदान पर हर मैच को देखते हुए खिलाड़ियों का हौसला अफजाई करने में कोई कमी नहीं करती।
यह लिस्ट यहीं खत्म नहीं होती और राजस्थान रॉयल्स के लिए करीब 8 साल तक मालिकाना हक संभालने वाली शिल्पा शेट्टी भी उन महिलाओं में से एक है जिन्होंने आईपीएल में अपना अहम योगदान दिया है। एक सफल फिल्मी करियर के बाद उन्होंने बिजनेस में हाथ आजमाया और उसे बेहतर ढ़ंग से निभा भी रही हैं।
हम चाहते हैं कि क्रिकेट के अलावा कई अन्य जगहों पर भी महिलाएं यूंही सफलता के नए कदम चुने और जिंदगी में हर छोटी-बड़ी परेशानियों से उठकर खुद को हर क्षेत्र में सबसे अव्वल बनाए।