भारत के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ जहीर खान को अक्सर आपने उनकी गेंदबाज़ी के लिए सुर्खियां बटोरते देखा होगा। ज़हीर अपने खेल के दिनों में बल्लेबाज़ों की नाक में दम करके रखते थे और नई गेंद से तो कोई भी बल्लेबाज़ ज़हीर का सामना नहीं करना चाहता था। अपनी गेंदबाज़ी से कई कमाल के प्रदर्शन करने वाले ज़हीर ने भारत के लिए बल्ले से भी कई बार कुछ चमत्कारिक पारियां खेली और टीम इंडिया को जीत तक पहुंचाने का काम किया।
हालांकि, उनकी एक पारी ऐसी भी है जिसके बारे में शायद भारत के ज्यादातर लोग जानते होंगे लेकिन अगर आप नहीं जानते हैं तो चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको पुरानी यादों के उस सफर पर ले चलते हैं जहां जहीर खान ने जिम्बाब्वे के एक गेंदबाज़ को लगातार चार छक्के मारे थे, मगर अफसोस की बात ये थी कि भारत ये मैच 1 विकेट से हार गया था।
हम बात कर रहे हैं 8 दिसम्बर, 2000 की, जब टीम इंडिया और ज़िम्बाब्वे के बीच पांच मैचों की वनडे सीरीज का तीसरा मैच जोधपुर में खेला गया था। इस सीरीज के पहले दो मैच जीतकर भारत सीरीज में 2-0 से आगे था। ऐसे में ये मैच जिम्बाब्वे के लिए जीतना बहुत जरूरी था। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और सचिन तेंदुलकर के 153 गेंदों में 146 रनों की पारी के चलते 50 ओवरों में 283/8 का स्कोर टांग दिया। हालांकि, भारत को इस स्कोर तक पहुंचाने में सिर्फ सचिन का योगदान नहीं था। इसमें जहीर ने अहम भूमिका निभाई। ज़िम्बाब्वे के तेज़ गेंदबाज हेनरी ओलंगा भारत की पारी का आखिरी ओवर कर रहे थे लेकिन शायद ओलंगा ने भी नहीं सोचा होगा कि ये ओवर उनके क्रिकेट करियर पर एक काला धब्बा लगा जाएगा।