पाकिस्तान के खिलाफ जीत में अहम योगदान करने वाले सिकंदर रज़ा नहीं बन सके थे फ़ाइटर पायलट, मंडराया था कैंसर का खतरा
जिम्बॉब्वे ने टी-20 वर्ल्ड कप में बड़ा उलटफेर करते हुए पाकिस्तान को शिकस्त दी। सिकंदर रज़ा का इस जीत में अहम योगदान रहा। सिंकदर से जुड़ी ये जानकारी बेहद कम लोग जानते हैं।
जिम्बाब्वे के बल्लेबाज सिकंदर रज़ा (Sikandar Raza) सुर्खियों में हैं। टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ जिम्बाब्वे की टीम को 1 रन से जीत मिली जिसमें सिंकदर रजा का योगदान अहम रहा। सिंकदर रजा ने 4 ओवर के स्पैल में 25 रन देकर 3 विकेट झटके और पाकिस्तान की कमर तोड़कर रख दी। सिंकदर रजा ने शादाब खान, शान मसूद और हैदर अली का विकेट लिया।
सिकंदर रज़ा और फाइटर शब्द एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। सिकंदर रज़ा के बारे में ये बात बेहद कम लोग जानते हैं कि इस खिलाड़ी ने अपनी लाइफ के शुरुआती दिन फ़ाइटर पायलट बनने की तैयारी में ही गुजारे थे। सिकंदर रजा पाकिस्तान एयर फ़ोर्स में फ़ाइटर पायलट बनने के लिए तैयारी में जुटे थे।
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एयर फ़ोर्स के लिए प्रशिक्षण करते हुए सिकंदर रजा के साथ सबकुछ ठीक चल रहा था लेकिन, बाद में आंखों में खराबी के चलते उनका ये सपना सच नहीं हो सका था। सिंकदर रजा को पिछले साल बोन मैरो में इंफेक्शन हो गया था। उन्हें कैंसर तक होने का खतरा था लेकिन, किस्मत से वो बच गए। सिकंदर रज़ा भले ही फ़ाइटर पायलट नहीं बन सके हों लेकिन ट्रेनिंग के दौरान उन्हें जो जीवन के लिए कई मूलमंत्र मिले अब वो उनके काम आ रहा है।
Zimbabwe Win Match
— King (@anilchotusodani) October 27, 2022
Khatarnak Ending...#PAKvsZIM#zimbabar pic.twitter.com/wVUFcBqxok
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एक जाने माने वेब पोर्टल के साथ बातचीत करते हुए सिकंदर रजा ने कहा, 'मेरे एयर फ़ोर्स के अनुभव से मुझे बहुत फ़ायदा मिलता है। हम आसानी से हार नहीं मानते। मुझे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता अगर मुझे गेंद लगे या चोट लगे। एयर फ़ोर्स कॉलेज में बिताए गए साढ़े तीन साल की यह अच्छी सीख है। मैं फ़ाइटर पायलट भले ही नहीं बना लेकिन, बतौर इंसान मैं हमेशा एक फ़ाइटर ही रहूंगा।'