कोलकाता/नई दिल्ली, 26 फरवरी (हि.स.) । भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने चयनकर्ताओं को आडे हाथों लेते हुए कहा कि चयनकर्ता धोनी के चहेतों के अलावा किसी पर नजर डालें तो अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी कर सकते हैं।
गांगुली ने एक समाचार चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा कि मुझे लगता है कि भज्जी खेल के दोनों प्रारूपों में वापसी कर सकते हैं। उन्होंने हरभजन को देश के शीर्ष स्पिनरों में से एक करार देते हुए चयनकर्ताओं को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि चयनकर्ता हरभजन के नाम पर ज्यादा नहीं सोचते खासकर तब जबकि कप्तानी की पसंद के लोग टीम में हैं। हरभजन ने आखिरी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मार्च 2013 में खेला था। उसके बाद से छह रणजी मैचों में उन्होंने 23 विकेट लिए हैं। गांगुली एशिया कप और टी20 विश्व कप के लिए अमित मिश्रा को प्रज्ञान ओझा और हरभजन पर तरजीह दिए जाने के पक्ष में भी नहीं हैं। मिश्रा को औसत स्पिनर बताते हुए गांगुली ने कहा कि बल्लेबाजों को रन बनाने से रोकना भारत के लिए मुश्किल होगा।
पूर्व कप्तान ने कहा कि अमित की गेंद हवा में धीमी हो जाती है जिससे बल्लेबाजों को उसे भांपना आसान हो जाता है। पिछले साल अक्टूबर में नागपुर वनडे में शेन वॉटसन ने उसकी जमकर धुनाई की थी। उन्होंने कहा कि उसकी फील्डिंग भी अच्छी नहीं है। मुझे नहीं लगता कि वह टीम को कोई योगदान दे सकेगा क्योंकि सभी टीमें उपमहाद्वीप की हैं और सपाट पिचों पर स्पिनरों को खेलना बखूबी जानती हैं। मैं हैरान हूं कि भज्जी और ओझा पर उसे तरजीह कैसे दी गई।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील