कई बार देखा गया है कि चोटों ने कई क्रिकेटरों के करियर में बाधा डाली है। यहां तक की कुछ खिलाड़ियों का क्रिकेटर करियर मैदान पर चोट ने खत्म कर दिया। उनकी चोट इतनी गंभीर रही कि उनके पास क्रिकेट छोड़ने के अलावा कोई और विकल्प नहीं रहा। आज हम आपको बतातें हैं उन 4 इंटरनेशनल क्रिकेटर्स के बारे , जिनका करियर एक चोट के कारण खत्म हो गया।
मार्क बाउचर
साउथ अफ्रीका के दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर का करियर एक चोट के कारण खत्म हो गया था। साल 2012 में समरसेट के खिलाफ मुकाबले में विकेटकीपिंग के दौरान एक गिल्ली बाउचर की आंख मे जाकर लग गई थी। इस चोट के चलते उनका क्रिकेटर करियर खत्म हो गया। बाउचर ने साउथ अफ्रीका के लिए 147 टेस्ट और 295 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने क्रमश: 5155 रन और 4686 रन बनाए। बतौर विकेटकीपर इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा शिकार करने का रिकॉर्ड भी बाउचर के नाम है।
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज सबा करीम भी इस लिस्ट में शामिल हैं। साल 2000 में हुए एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में विकेटकीपिंग के दौरान गिल्ली करीम की आंख में आकर लगी थी। इस चोट के कारण करीम का करियर खत्म हो गया, क्योंकि उन्हें गेंद देखने में परेशानी हो रही थी। पटना के इस खिलाड़ी ने भारत के लिए एक टेस्ट और 34 वनडे मैच खेले। वनडे में उनके नाम 362 रन दर्ज हैं। 
इंग्लैंड के बांए हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज क्रेग कीस्वेटर नॉर्थ हैम्पटनशायर के खिलाफ काउंटी मैच के दौरान डेविड विली की शॉर्ट गेंद खेलने के दौरान चोटिल हो गए थे। विली की गेंद हेलमेट के अंदर घुसकर कीस्वेटर की आंख में जाकर लगी थी। इसके लिए उन्हें सर्जरी करानी पड़ी, जिसके बाद उनका करियर खत्म हो गया। कीस्वेटर ने इस कारण 27 साल की उम्र में संन्यास ले लिया था।