कराची में बाबर आजम ने जो 196 रन बनाए, उन्हें अलग-अलग तरह से देखा जा रहा है। सबसे बड़ी बात- टेस्ट की चौथी पारी में इतना बड़ा स्कोर और टेस्ट बचाया। बाबर के 196 से चौथी पारी में सिर्फ 6 बड़े स्कोर हैं- सभी में दोहरा शतक बना। 603 मिनट तक बल्लेबाजी की। मजे की बात ये है कि जब चौथी पारी में, हालात को देखते हुए, हिम्मत वाली बल्लेबाजी की बात आई तो ज्यादातर जानकारों ने बाबर की तुलना, उनसे बड़ा स्कोर बनाने वाले से नहीं- कम स्कोर बनाने वाले एक बल्लेबाज से की।
ये माइकल आथर्टन के 1995-96 में जोहान्सबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध इंग्लैंड के लिए 643 मिनट में 185* रन थे। बाबर 425 गेंद खेले- सिर्फ आथर्टन (492) और सुनील गावस्कर (443) से कम।आथर्टन ने भी तब टेस्ट बचाया था। इंग्लैंड का 1995/96 का वह टूर बड़ा विवादास्पद था पर कई ख़ास बातें भी थीं और उन्हीं में से एक था द वांडरर्स में 'ग्रेट एस्केप'।
सेंचुरियन में पहला टेस्ट बारिश से बर्बाद हो गया। द वांडरर्स, जोहान्सबर्ग में दूसरा टेस्ट- इसे आथर्टन (185*) और रसेल (29*) के अविश्वसनीय 277 मिनट के स्टैंड के लिए याद किया जाता है- इसी ने मैच बचा लिया था। रसेल ने रिकॉर्ड 11 कैच भी लपके थे टेस्ट में। यहां तक कि टीम कोच रे इलिंगवर्थ, जो पूरी सीरीज में आथर्टन से भिड़ते रहे- उन्होंने भी कम से कम आथर्टन की इस पारी की तारीफ़ की।
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