कहानी पहले महिला क्रिकेट विश्व कप की - इस सवाल पर कोई ध्यान नहीं देता कि जब पुरुष क्रिकेट में 1975 में वर्ल्ड कप शुरू हुआ तो उसके लिए प्रेरणा कौन था? जवाब है- महिला क्रिकेट का वर्ल्ड कप जो उससे भी दो साल पहले खेला गया था।
अब अगला सवाल- महिला क्रिकेट के लिए भी किसने सबसे पहले इसके बारे में सोचा? बड़ा मजेदार है इसका जवाब।
1971 की बात है। ईस्टबोर्न में इंग्लैंड की महिला क्रिकेट कप्तान रेचल हेहो फ्लिंट, महिला क्रिकेट के शौकीन और उस समय के एक रईस जैक हेवर्ड के घर पर ठहरी हुई थीं। ब्रांडी की बोतल खुली हुई थी और चर्चा ये थी कि महिला क्रिकेट को कैसे और बेहतर किया जाए? उसी में जिक्र हुआ कि इसका वर्ल्ड टूर्नामेंट खेलो- फीफा के वर्ल्ड कप की तर्ज़ पर। उन सालों में महिला क्रिकेट मुफलिस हालत में थी- यहां तक कि क्रिकेटर खेलने का खर्चा खुद उठाती थीं। तो इसके लिए पैसा कहां से आएगा? हेवर्ड ने कहा कि अगर इंग्लैंड में हो ये वर्ल्ड कप तो वे खर्चे में मदद के लिए 40,000 पौंड की रकम देंगे। उस समय ये बहुत बड़ी रकम थी।